अनदेखी: 25 दिन में सरकारी रिकॉर्ड में केवल 17 पदयात्राएं!, आचार संहिता का उल्लंघन

25 दिन में सरकारी रिकॉर्ड में केवल 17 पदयात्राएं!, आचार संहिता का उल्लंघन
  • खूब झोंकी जा रही प्रशासन की आंखों में धूल
  • निरीक्षकों की निगरानी पर भी खड़े हुए सवाल
  • सुबह-शाम निकाल रहे रैलियां, 250 के पार पहुंचा आंकड़ा

विजय धामोरीकर ,अमरावती । अमरावती लोकसभा चुनाव के लिए 26 अप्रैल को मतदान कराया जाएगा। इस चुनाव के लिए जिला चुनाव विभाग द्वारा विविध चुनावी कार्यक्रम की अनुमति लेने के लिए एक खिड़की कक्ष स्थापित किया गया। इस कक्ष की ओर से चुनावी प्रचार के वाहन, उम्मीदवारों की सभा के स्टेज, कॉर्नर मीटिंग, जनसभा, पदयात्रा, बाइक रैली, प्रचार के बोर्ड, बैनर्स और होर्डिंग्स लगाने की अनुमति के साथ ही रेडियो पर विज्ञापन की अनुमति दी जाती है। एक खिड़की योजना द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 20 मार्च से अब तक केवल 17 पदयात्रा के लिए पुलिस द्वारा अनुमति दी गई है। हालांकि चुनावी मैदान में उतरे हुए प्रमुख तीन उम्मीदवारों की ओर से हर रोज विविध दो शहरों अथवा गांवों में सुबह दो और शाम के समय दो पदयात्राएं निकाली जाती हंै। इस हिसाब से केवल तीन प्रमुख उम्मीदवारों की पदयात्राओं का आंकड़ा ही करीब 250 पार हो चुका है। जिससे यह बात स्पष्ट होती है कि प्रशासन की आंखों में धूल झाेंकर उम्मीदवारों का प्रचार चल रहा है।

उल्लेखनीय है कि 16 मार्च को चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित किया और जिला चुनाव विभाग ने 20 मार्च को एक खिड़की कक्ष स्थापित किया। उम्मीदवारों ने नामांकन पर्चे दाखिल करते समय जबरदस्त शक्ति प्रदर्शन किया। इस समय तीनों उम्मीदवारों ने रैलियां निकाली। नामांकन दाखिल करने के बाद से ही उम्मीदवारोंं ने प्रचार रैलियां निकालकर अपना प्रचार शुरू कर दिया था। हालांकि अधिकृत रूप से चुनाव चिन्ह का वितरण 8 अप्रैल को होने के बाद उम्मीदवार अपना चुनाव चिन्ह मतदाताओं तक पहुंचाने वाहनों का इस्तेमाल कर पदयात्राएं भी निकालने लगे हैं।

अमरावती लोकसभा में तीन प्रमुख उम्मीदवार चुनावी मैदान में है और तीनों उम्मीदवार स्वयं और उनके कार्यकर्ता हर रोज सुबह और शाम शहर के विविध क्षेत्र से पदयात्रा निकाल रहे हैं। इस तरह नामांकन दाखिल करने से अब तक हर उम्मीदवार की 75 से ज्यादा पदयात्राएं हो चुकी है। किंतु जिला चुनाव विभाग की एक खिड़की योजना में केवल 17 पदयात्रा व 6 बाइक रैली की अनुमति उम्मीदवारों को दिए जाने की जानकारी अधिकृत रूप से दी गई है।

170 वाहनोंं से हो रहा प्रचार : जिलाधिकारी कार्यालय के महसुल भवन में स्थापित एक खिड़की कक्ष से कुल 170 वाहनों को प्रचार के लिए अनुमति दी गई। यह 170 वाहन चुनावी मैदान में दाखिल सभी उम्मीदवारों के हैं। इसके अलावा 20 वीिडयो वैन और 49 वाहनों पर लाऊड स्पीकर लगाकर प्रचार करने की अनुमति दी गई है। वहीं एक उम्मीदवार को एफएम पर प्रचार की अनुमति दी गई है।

प्रचार का अंतिम सप्ताह : अमरावती लोकसभा के लिए 26 अप्रैल को मतदान कराया जाएगा। नियम के अनुसार मतदान के 48 घंटे पहले यानी 24 अप्रैल शाम 5 बजे अमरावती जिले में प्रचार तोपें थम जाएंगी। इस कारण मंगलवार से बुधवार 24 अप्रैल तक 8 दिन का समय मिलेगा। यह अमरावती लोकसभा के उम्मीदवार के प्रचार का अंतिम सप्ताह रहेगा।


Created On :   17 April 2024 10:09 AM GMT

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