संकट: अप्रैल में ही सूख गया निमढेला तालाब,वन्यजीवों के पेयजल का गहरा सकता है संकट

अप्रैल में ही सूख गया निमढेला तालाब,वन्यजीवों के पेयजल का गहरा सकता है संकट
  • मानव-वन्यजीव संघर्ष बढ़ने की आशंका
  • अब प्यास से व्याकुल पशुओं के भटकने की आ सकती है नौबत
  • पर्यावरण प्रेमियों को सताने लगी है है वन्यजीवों की चिंता

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। वरोरा तहसील मुख्यालय समीप स्थित निमढेला तालाब अप्रैल महीने में ही सूख जाने की वजह से पालतू जानवरों के साथ जंगली जानवरों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ेगा। जंगली जानवरों के गांव में आने से मानव-वन्यजीव संघर्ष बढ़ने की आशंका है। जिले में गर्म हवा के थपेड़े चलने लगे हंै। ऐसे में पेयजल का संकट गहराने लगा है। नागरिक को आवश्यकता पड़ने पर बोतलबंद, कैन का पानी खरीदकर पी सकते हैं किंतु जंगली जानवर, पालतू पशु, पक्षियों का क्या होगा इसकी चिंता अब पर्यावरण प्रेमियों को सताने लगी है। निमढेला, रामदेगी विदर्भ के प्रसिद पर्यटन स्थल है। तालाब से 2 किमी की दूरी पर रामदेगी है। यहां पर हमेशा बड़ी संख्या में पर्यटक आते हंै। नियमानुसार तालाब में 20 प्रतिशत पानी होना आवश्यक है किंतु तालाब में पानी न होने से वन्यप्रेमियों में चिंता है और भारी नाराजगी व्यक्त की जा रही है। लगभग दो किमी विस्तीर्ण क्षेत्र में फैला तालाब अप्रैल महीने में सूखा पड़ा है।

बरसात के दिनों में ओवरफ्लो होकर बहने वाले तालाब में पिछले दो वर्षो से पानी नहीं रुक रहा है, ऐसे में प्रशासन की अनदेपर्यावरण प्रेमियों को सताने लगी है का आरोप किया जा रहा है। बताया जा रहा है मार्च महीने से ही तालाब में एक बूंद पानी नहीं है। तालाब के आस-पास बफर क्षेत्र के बाघ, भालू, तेंदुआ, मोर, जंगली भैंसा, जंगली सुअर, चीतल, खरगोस, बंदर आदि जानवर और अनेक प्रजाति के पक्षी तालाब के पानी के आस-पास दिखाई देते थे। लेकिन अब इन जानवरों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ेगा और मानव वन्यजीव संघर्ष बढ़ने की आशंका है।

20 प्रतशत पानी आरक्षित रखें : निमढेला परिसर में एकमात्र तालाब है। इस तालाब पर वन्यजीव अपनी प्यास बुझाते हैं। इस तालाब का पानी किसानों के कृषि कार्य हेतु दिया जा रहा है। इसकी वजह से ग्रीष्मकाल के दिनों में तालाब सूखा पड़ा है। इसलिए तालाब में 20 प्रतशत पानी आरक्षित रखकर किसानों को सिंचाई के लिए पानी दिया जाये। - जगदीश पेंदाम,तरुण पर्यावरणवादी मंडल


Created On :   27 April 2024 10:50 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story