नुकसान: जंगली हाथियों ने फिर धान और मक्का की फसलों को पहुंचाया नुकसान, किसान चिंतित

जंगली हाथियों ने फिर धान और मक्का की फसलों को पहुंचाया नुकसान, किसान चिंतित
  • शंकर नगर के किसानों को उठाना पड़ रहा भारी नुकसान
  • आए दिन किसान खेतों में घुस रहे
  • फसलों को रौंदकर पहुंचा रहे क्षति

डिजिटल डेस्क, कुरखेड़ा (गड़चिरोली)। मंगलवार की रात जंगली हाथियों के झुंड ने एक बार फिर शंकरनगर गांव से सटे खेतों में प्रवेश किया। जहां हाथियों ने धान के साथ मक्के की फसल को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया। लगातार हो रहे फसलों के नुकसान के कारण शंकरनगर गांव के किसान पूरी तरह संकट में आन पड़े हैं। वर्तमान में हाथियों का झुंड विहिरगांव से सटे कक्ष क्रमांक 84 में होने की जानकारी वनविभाग ने दी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्तमान में रबी सत्र शुरू होकर शंकरनगर के अधिकांश किसानों ने अपने खेतों में मक्के की फसल लगायी है। साथ ही कुछ खेतों में धान की बुआई का कार्य भी पूर्ण किया गया है। लेकिन जंगली हाथियों ने इन्हीं फसलों को निशाना बनाना शुरू किया है। शंकरनगर के खेतों में इसके पूर्व भी हाथियों ने उपद्रव मचाया था। मंगलवार की रात भी जंगली हाथियों ने एक बार फिर खेतों में प्रवेश किया और मक्के के साथ धान की फसल को तहस-नहस कर दिया। बुधवार की सुबह वनविभाग की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर नुकसान का पंचनामा किया। इस बीच किसानों ने सरकार से तत्काल वित्तीय मदद देने की मांग की है।

मार्कंडेेश्वर के जीर्णोद्धार के लिए बेमियादी अनशन : चामोर्शी (गड़चिरोली) मार्कंडा देवस्थान का जीर्णोद्धार करने की मांग को लेकर गत 16 फरवरी से ऋषि-मुनियों ने श्रृंखलाबद्ध अनशन शुरू किया है। इस बीच आंदोलन की ओर अब तक कोई ध्यान नहीं दिए जाने से गुरुवार, 29 फरवरी से बेमियादी अनशन शुरू करने का निर्णय जनआंदोलन समिति की बैठक में संत मुरलीधर महाराज ने लिया है। बता दें कि, आगामी 9 दिनों में महाशिवरात्रि का पर्व है। इस दिन से मार्कंडा देवस्थान में 10 दिन की यात्रा का आयोजन किया जाएगा। बावजूद इसके अब तक मरम्मत का कार्य शुरू नहीं करने से ऋषि-मुनियों ने अपने आंदोलन को और अधिक तीव्र करने का निर्णय लिया है। मार्कंडा देवस्थान परिसर में शुरू किए गए श्रृंखलाबद्ध अनशन स्थल पर मंगलवार को आंदोलनकर्ताओं ने विशेष बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में जनआंदोलन समिति के गोविंद सारडा, अशोक पोरेड्डीवार, रितेश पालारपवार, बबन वडेट्टीवार, विनय येलमुले, नामदेव किन्हेकर, विजय कोमेरवार, मारोती उमलवार, उमेश पिटाले, सुरेश बंडावार, हरिओम बंडू महाराज, अतुल भिकुरवार, दिगांबर धानोरकर समेत मार्कंडा के नागरिक उपस्थित थे।


Created On :   29 Feb 2024 10:07 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story