गोंदिया: हाथीरोग से बचने गोलियों का सेवन करें और सुरक्षित रहें - जिलाधिकारी नायर

हाथीरोग से बचने गोलियों का सेवन करें और सुरक्षित रहें - जिलाधिकारी नायर
जिलाधिकारी नायर ने स्वयं गोलियों का सेवन कर नागरिकों से किया आह्वान

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. जिले से हाथीरोग की विकृति कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 26 मार्च से 5 अप्रैल 2024 के दौरान गोंदिया, तिरोड़ा, गोरेगांव एवं अर्जुनी मोरगांव तहसीलों में सामुदायिक औषधोपचार अभियान क्रियान्वित किया जा रहा है। नागरिकों को स्वास्थ्य कर्मचारियों के सामने गोलियों का सेवन कर इस अभियान को सफल बनाना चाहिए। गोलियों का सेवन करने से हाथीरोग पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। इसलिए हाथीरोग प्रतिबंधात्मक गोलियों का सेवन कर सुरक्षित रहें। यह आव्हान जिलाधिकारी प्रजित नायर ने किया है। वे 26 मार्च को जिलाधिकारी कार्यालय के सभागृह में हाथीरोग निर्मुलन अभियान के जिलास्तरीय उद्घाटन के अवसर पर उपस्थितों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम. मुरूगानंथम, पुलिस अधिक्षक निखिल पिंगले, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. नितीन वानखेडे, जिला मलेरिया अधिकारी डा. विनोद चव्हाण, अतिरिक्त जिला शल्य चिकित्सक, डा. तृप्ति कटरे एवं अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. नितीन कापसे प्रमुखता से उपस्थित थे।

जिलाधिकारी प्रजित नायर ने आगे कहा कि जिले में वर्ष 2023 के सर्वेक्षण के अनुसार हाथीरोग के 733 एवं हायड्रोसील के 562 मरीजों का पंजीयन किया गया है। जिसके कारण केंद्र सरकार की 2023 की मार्गदर्शक सूचना के अनुसार प्रीटास एडीशनल एमएफ सर्वेक्षण में असफल रही गोंदिया जिले की गोंदिया, तिरोड़ा, गोरेगांव एवं अर्जुनी मोरगांव इन चार तहसीलों में 26 मार्च से 5 अप्रैल तक हाथीरोग निर्मूलन अभियान चलाया जा रहा है।

हाथीरोग प्रतिबंधात्मक उपाय के रूप में स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभियान चलाकर डीईसी एवं अल्बेंडाझोल गोलियों का वितरण किया जा रहा है। घर में आने वाले स्वास्थ्य कर्मचारी से प्राप्त गोलियों का सेवन उनके समक्ष ही करने का आव्हान जिलाधिकारी ने किया है। जिला मलेरिया अधिकारी डा. विनोद चव्हाण ने इस अवसर पर कहा कि अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मचारी दो प्रकार की गोलियां वितरित करेंगे। जिसमें से डीईसी की गोलियां लाभार्थी की आयु के अनुसार दी जाएगी, जबकि अल्बेंडाझोल की गोली हर लाभार्थी को एक दी जाएगी। इन गोलियों का सेवन दो वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती माताओं एवं गंभीर बीमारीयों से ग्रस्त व्यक्तियों को नहीं करना है। उसी प्रकार खाली पेट गोलियां नहीं लेनी है। भोजन के पश्चात ही उपरोक्त गोलियों का सेवन करना है।

इस अवसर पर मंदा आनंद नागरिकर, मालनबाई भिकाजी बनकर एवं सीताराम गणपत सोनवाने नामक लाभार्थियों को अतिथियों के हाथों एम.एम.डी.पी. कीट वितरित की गई। हाथीरोग बीमारी के विषय में जनजागृति सामग्री का विमोचन भी अतिथियों के हाथों किया गया। कार्यक्रम में जिला संक्रामक रोग अधिकारी डा. निरंजन अग्रवाल, निवासी चिकित्सा अधिकारी डा. बी.डी. जायस्वाल, जिप के जिला आईईसी अधिकारी प्रशांत खरात एवं अन्य विभागों के प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम की सफलता के लिए जिला मलेरिया कार्यालय के पंकज गजभिये, किशोर भालेराव, आशिष बल्ले, रविंद्र त्रिवास, मिलिंद नंदागवली, रविंद्र शेंडे एवं वर्षा भावे ने प्रयास किया।

Created On :   27 March 2024 11:27 AM GMT

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