गोंदिया: नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में जल्द ही फिर छोड़े जाने वाले हैं दो बाघ

नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में जल्द ही फिर छोड़े जाने वाले हैं दो बाघ
  • चंद्रपुर जिले के ताड़ोबा अभयारण्य से लाकर छोड़े जाएंगे बाघ
  • नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में दो बाघ छोड़े जाएंगे

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. जिले का वैभव माने जानेवाले नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में अगले दो माह के अंदर दो और बाघ चंद्रपुर जिले के ताड़ोबा अभयारण्य से लाकर छोड़े जाएंगे। फिलहाल नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में कुल 16 बाघ होने की जानकारी मिली है। दो और बाघों के यहां आने से इनकी संख्या बढ़कर 18 हो जाएगी। प्रकल्प में दो नए बाघ लाए जाने की प्रक्रिया जल्द ही पूरी किए जाने से अब यहां आनेवाले पर्यटकों की प्रतीक्षा जल्द ही खत्म हो जाएगी। बाघों की संख्या में वृद्धि से जहां एक ओर पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है, वहीं दूसरी ओर इससे रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होने की संभावना है।गौरतलब है कि गत वर्ष 20 मई को चंद्रपुर जिले के ब्रम्हपुरी वन क्षेत्र से दो बाघों को लाकर नवेगांव-नागझिरा टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया था। पहले चरण में दो बाघों को लाकर छोड़े जाने के बाद अब दूसरे चरण में फिर दो बाघों को यहां लाकर छोड़ने की कार्रवाई चल रही है। इस संबंध में नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प की एक टीम ने हाल ही में चंद्रपुर का दौरा किया है। इस प्रकल्प में बाघों को छोड़ने के बाद कौनसी उपाय योजनाएं करनी पड़ेगी? इसकी जानकारी लेकर उसका अभ्यास किया जा रहा है। व्याघ्र प्रकल्प में आनेवाले पर्यटकों को सर्वाधिक उत्सुकता बाघों के दर्शन की होती है। ऐसे में यदि जंगल सफारी के दौरान बाघ के दर्शन नहीं हुए तो, पर्यटक निराश हो जाते हैं। इसी के चलते नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में बाघों की संख्या बढ़ाने पर वन्यजीव विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है। नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प के क्षेत्र संचालक जयराम गौड़ा ने दैनिक भास्कर को बताया कि दो बाघों को लाने की योजना है। इसके लिए आवश्यक कार्रवाई चल रही है। अगले एक से डेढ़ माह में यह प्रक्रिया पूर्ण कर दो नए मेहमानों को नवेगांव-नागझिरा टाइगर रिजर्व में लाकर छोड़ा जाना प्रस्तावित है। यदि किसी कारणवश एक बाघ भी उपलब्ध हुआ तो उसे प्रकल्प में लाकर छोड़ा जाएगा। बाघों की संख्या बढ़ने से प्रकल्प में जंगल सफारी के लिए आनेवाले पर्यटकों को बाघ के दर्शन होने की संभावना भी बढ़ेगी और इस प्रकल्प के प्रति पर्यटकों का आकर्षण और बढ़ने की उम्मीद है।

तेंदुए के हमले में किसान जख्मी

उधर भंडारा के अड्याल वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले बोरगांव खांबाडी खेत परिसर में तेंदुए ने किसान पर हमला किया। घटना बुधवार 13 मार्च को सुबह 6 बजे घटित हुई। जख्मी किसान का नाम खांबाडी निवासी रामा रामटेके (42) है। जख्मी किसान को अड्याल के ग्रामीण अस्पताल में लाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मादा तेंदुए के साथ तीन शावक थे। जिसके कारण ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।खांबाडी निवासी रामा रामटेके सुबह के दौरान अपने खेत पर गए थे। ऐसे में उसके ऊपर मादा तेंदुए ने हमला कर दिया। घायल किसान को इलाज के लिए अड्याल के ग्रामीण अस्पताल में लाया गया। किंतु मामूली चोट के कारण वहां से उसे तुरंत छुट्टी दी गई। इस घटना की जानकारी तुरंत अड्याल के वन वनपरिक्षेत्र अधिकारी धनशाम ठोंबरे को दी गई। वनविभाग की टीम घटनास्थल पर पहुची। और ग्रामस्थों समेत पूरा इलाका तलाश किया। किंतु तेंदुए के साथ उसके तीन बछडे भी कही नजर नही आए। इस घटना के कारण परिसर के किसानों में दहशत का माहौल है। ग्रीष्मकालिन धान की फसलों को पानी देने के लिए रात के वक्त बे वक्त किसानों को खेत में जाना पडता है। ऐसे में जल्द से जल्द तेंदुए का बंदोबस्त करने की मांग की जा रही है। सुबह से लेकर शाम तक वनकर्मियों समेत सभी ने तेंदुए की तलाश में जुटे रहे किंतु वह कही नही दिखार्द दी। इस बात की पुष्टी वन परिक्षेत्र सहायक विनोद पंचभाई ने की है।


Created On :   14 March 2024 11:38 AM GMT

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