जबलपुर: एआईसीटीई से मान्य बीबीए-बीसीए के पाठ्यक्रमों में बनी भ्रम की स्थिति

एआईसीटीई से मान्य बीबीए-बीसीए के पाठ्यक्रमों में बनी भ्रम की स्थिति
  • जुलाई से प्रवेश, अभी तैयार नहीं हुआ कोर्स
  • ऑनर्स की डिग्री सभी काॅलेज में चलेगी जबकि रिसर्च करने के लिए सिर्फ उन्हीं काॅलेजों में सुविधा होगी जहाँ पर शोध केंद्र निर्धारित है
  • विभाग के सामने आने वाले दो महीनों में सिलेबस तैयार करने की चुनौती है।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। नई शिक्षा नीति के बाद एआईसीटीई से मान्य बीबीए-बीसीए के पाठ्यक्रमों में भ्रम की स्थिति बन गई है। जुलाई से इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश होंगे लेकिन अभी इनका सिलेबस तैयार न होने की बात सामने आ रही है।

दरअसल नई शिक्षा नीति में तीन साल का कोर्स पूरा हो चुका है, अब चौथे साल में विद्यार्थी प्रवेश करेंगे, ऐसे में कई विषयों को लेकर विद्यार्थियों के बीच पशोपेश की स्थिति है। इसमें बीबीए और बीसीए पाठ्यक्रम भी एक है। इस पाठ्यक्रम की मान्यता एआईसीटीई से मिलती है।

उच्च शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि उक्त पाठ्यक्रम में भी चार वर्षीय पाठ्यक्रम होंगे, हालाँकि इस पाठ्यक्रम का सिलेबस अभी तक नहीं बना है जबकि जुलाई से कक्षाएँ प्रारंभ होंगी। फिलहाल नई शिक्षा नीति में इस पाठ्यक्रम में चौथे साल ऑनर्स डिग्री या रिसर्च प्रोग्राम संचालित किया जाएगा।

ऑनर्स की डिग्री सभी काॅलेज में चलेगी जबकि रिसर्च करने के लिए सिर्फ उन्हीं काॅलेजों में सुविधा होगी जहाँ पर शोध केंद्र निर्धारित है। जिन कॉलेजों में यह पाठ्यक्रम संचालित हो रहा है वहाँ के शिक्षक भी नई शिक्षा नीति को लेकर असमंजस में हैं।

छात्र भी इस संबंध में पूछताछ कर रहे हैं। विभाग के सामने आने वाले दो महीनों में सिलेबस तैयार करने की चुनौती है।

Created On :   26 April 2024 11:14 AM GMT

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