वर्ल्ड हेल्थ-डे: रहना है हेल्दी तो समझें हेल्थ का महत्व, इस बार की थीम मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार

रहना है हेल्दी तो समझें हेल्थ का महत्व, इस बार की थीम मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार
  • दादी के बहाने मैं भी करती हूं वॉक
  • बाहर के खाने से परहेज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। देश-दुनिया में कोरोना महामारी के बाद लोगों ने स्वास्थ्य की महत्ता को समझा है। महामारी के बाद से हर मायने में शारीरिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी है। आज "विश्व स्वास्थ्य दिवस' है। यह हर साल 7 अप्रैल को लोगों में सथ्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के लिए मनाया जाता है। इस वर्ष वर्ल्ड हेल्थ-डे की थीम ‘मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार रखा गया है। इस दिन शरीर को कैसे हेल्दी रखना है, इसके बारे में बताया जाता है।

मेंटल हेल्थ भी जरूरी

आज के समय में शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहना जरूरी है, क्योंकि आज की पीढ़ी में मेंटल हेल्थ के मामले अधिक देखने को मिलते है। मेंटल हेल्थ में भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कल्याण शामिल हैं। यदि हम मेंटली स्ट्रेस्ड हैं, तो यह हमारे सोचने, महसूस करने और कार्य करने के तरीके को प्रभावित करता है। मेंटली स्वस्थ रहना हमें तनाव को संभालने, लोगों से कनेक्ट होने में मदद करता है। मेंटल हेल्थ बचपन और युवास्था से लेकर बुढ़ापे तक महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं आज स्वस्थ रहने के लिए क्या करें।

दादी के बहाने मैं भी करती हूं वॉक

गौरी साबले के मुताबिक मैं हमेशा दादी के साथ वॉक पर जाती हूं। वैसे तो उनके लिए यह जरूरी है और उनके वॉक करने के साथ मैं भी उसमें शामिल हो जाती हूं। अब यह एक रूटीन बन गया है। सुबह मिलने वाली फ्रेश हवा और धूप अच्छी होती है। इससे आपको किसी डॉक्टर के पास स्किन और हड्डियों की परेशानी के लिए जाने की जरूरत नहीं होती है।

बाहर के खाने से परहेज

विशाल वानरे के मुताबिक सुबह से शाम तक मैं सिर्फ इधर से उधर काम में व्यस्त रहता हूं। मेरी हेल्थ उतनी खास नहीं है, लेकिन मैं उसे अब मेन्टेन करने की कोशिश कर रहा हूं। बाहर का खाना अवॉयड करता हूं। इसके अलावा शारीरिक रचना को बनाने के लिए जिम जाने की पूरी कोशिश है। खुद हेल्थ के लिए 1 से 2 घंटे का समय काफी है। यही कोशिश में हूं।

मेंटल पीस के लिए किताबें पढ़ती हूं

नीतू नागेश्वर के मुताबिक मेरे लिए हेल्दी रहने के साथ-साथ खुश रहना जरूरी है, क्योंकि आए दिन ऐसे लोगों को डील करना पड़ता है, जो मेरे मेंटल स्ट्रेस को बढ़ा देते हैं। मैं मेंटल पीस के लिए किताबें पढ़ती हूं, साथ ही मम्मी की घर के कामों में मदद करती हूं, ताकि वो भी खुश रहें और उन्हें भी आराम मिल सके।


Created On :   7 April 2024 1:43 PM GMT

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