सावधान: दूध पनीर के नाम पर सेहत से खिलवाड़, प्रतिदिन नागपुर आ रहा है बिना लेबल का पनीर

दूध पनीर के नाम पर सेहत से खिलवाड़, प्रतिदिन नागपुर आ रहा है बिना लेबल का पनीर
  • एनालॉग पनीर को लेकर खानापूर्ति कर रहा एफडीए
  • प्रतिदिन 20 से 25 हजार किलो की आवक
  • आगाह किया, दो कार्रवाई की और चुप बैठ गया विभाग

डिजिटल डेस्क, नागपुर. एनालॉग पनीर को लेकर एफडीए अभी भी गंभीर नजर नहीं आ रहा है। गत एक माह में केवल 2 लोगों पर कार्रवाई की गई। इसके बाद विभाग को एनालॉग पनीर की खेप नहीं मिल रही है, जबकि प्रतिदिन मध्यप्रदेश, हिंगनघाट, उमरेड, तुमसर आदि जगहों से हजारों किलो पनीर नागपुर शहर में दूध पनीर के नाम पर वितरित हो रहा है। वही एफडीए खानापूर्ति करने में लगा है। नियमानुसार पाम तेल व दूध पावडर मिलाकर बनाया पनीर बेचना प्रतिबंधित नहीं है, लेकिन इसे लेबल लगाकर बेचना जरूरी है, ताकि ग्राहकों को इसकी जानकारी रहे, पर विक्रेता यह सस्ता होने से विदाउट लेबल बेचते हैं। ग्राहकों को ऐसा प्रतीत करा रहे हैं, जैसे यह दूध से बना पनीर है। ग्राहक भी इसे खरीद रहे हैं, क्योंकि दूध से बना पनीर स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहता है, लेकिन ग्राहक को क्या मालूम दूध पनीर के नाम पर उन्हें एनालॉग पनीर बेचा जा रहा है, जिसका न कोई टेस्ट है, और न ही यह खाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

डेयरी व्यवसाय से जुड़े एक विक्रेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि, प्रतिदिन 20 से 25 हजार किलो एनालॉग पनीर को दूध पनीर के नाम पर बेचा जा रहा है। किसानों को दूध का भाव नहीं मिल रहा है। पनीर बनाने के लिए लगने वाले दूध की जरूरत ही नहीं रहने से किसानों को बहुत कम दाम पर दूध बेचना पड़ रहा है, जिससे उन्हें नुकसान हो रहा है और उनका मनोबल भी टूट रहा है। शहर में वर्षों से चल रहे इस गोरखधंधे को ‘दैनिक भास्कर’ ने उजागर किया था। जिसके बाद एफडीए की टीम ने ऐसे पनीर विक्रेताओं पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करने की अपेक्षा की जा रही थी, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हुआ। केवल नाममात्र दो कार्रवाई की गई, जिसमें पहली मामूली कार्रवाई धंतोली में की गई, इसके बाद गणेशपेठ परिसर में एक ट्रैवल्स में 443 किलो पनीर पकड़ा, जो एनालॉग पनीर था, बिना कोई लेबल का। इससे साफ होता है कि, प्रतिदिन शहर के बाजारों में इसी तरह बिना लेबल लगाए व्यवसायी एनालॉग पनीर की खेप लाकर इसे यहां दूध पनीर के नाम पर बेच रहे हैं।

कार्रवाई की जा रही है

अभय देशपांडे, सहायक आयुक्त, अन्न व औषधि विभाग के मुताबिक कार्रवाई की जा रही है। व्यवसायी द्वारा पुन: एनालॉग पनीर नियमों के बाहर जाकर लाया जा रहा है, तो इसे देखा जाएगा।

जिन पर कार्रवाई की, उन पर कोई असर नहीं

सूत्र बता रहे हैं कि, एफडीए ने जिन व्यवसायी का पनीर जब्त किया था, उसका उस पर कोई असर नहीं है। प्रतिदिन हजारों किलो पनीर मध्यप्रदेश से लाकर शहर की विभिन्न दुकानों में दूध पनीर के नाम से बेचा जा रहा है।

Created On :   10 March 2024 10:24 AM GMT

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