नागपुर: 15 गांवों में बाघ की दहशत, 23 पशुओं को मार चुका है 8 दिन बीत गए कुछ पता नहीं

15 गांवों में बाघ की दहशत, 23 पशुओं को मार चुका है 8 दिन बीत गए कुछ पता नहीं
  • 8 दिन बीत गए, पकड़ में नहीं आ रहा
  • शाम होते ही पहुंचता है गांवों के पास
  • ट्रैंक्युलेट करने के आदेश

डिजिटल डेस्क, नागपुर. लगातार बाघों की बढ़ती संख्या व इनके लिए कम पड़ता क्षेत्र चिंतनीय कारण बनता जा रहा है। बाघ गांव की सीमा तक आ रहे हैं। नागपुर प्रादेशिक के पारशिवनी रेंज में इसी तरह एक बाघ शाम होते ही गांव के पास आ जाता है। उसने अभी तक 23 पशुओं का शिकार किया है। इसे पकड़ने के लिए नागपुर से फरमान भी निकल चुका है, लेकिन 8 दिन से बाघ वन विभाग के साथ आंखमिचौली कर रहा है। गांववालों में बाघ की दहशत बनी है।

ट्रैंक्युलेट करने के आदेश

माना जा रहा है कि क्षेत्र कम पड़ने के कारण यहां से पारशिवनी रेंज में आ गया है। 8 दिन पहले नागपुर के प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव) ने इसे ट्रैंक्युलेट करने के आदेश दिए हैं, लेकिन आठ दिन से टीम के हाघ यह बाघ नहीं लग रहा है। हालांकि शाम होते ही गांव के पास दिखाई देता है।

बाघिन टी-41 का शावक है

इन दिनों रामटेक व पारशिवनी रेंज में आने वाले 15 गांव में एक बाघ की दहशत बनी है। 2 महीने से यह बाघ इन गांवों के आस-पास घूम रहा है। अभी तक 23 मवेशियों का शिकार कर चुका है। हालांकि अभी तक इंसानों पर हमला नहीं किया है, लेकिन इंसानों के पीछे दौड़ने की घटना हुई है। यह बाघ पेंच व्याघ्र प्रकल्प के एक बाघिन टी-41 का शावक है।

यह है वन विभाग की योजना

कुछ दिन पहले ही नया कुंड गांव में नदी के पास इसने दो इंसानों का पीछा भी किया था। ऐसे में इंसानों को नुकसान पहुंचाने की बात से इनकार नहीं किया जा सकता है। वन विभाग की मानें तो इसे पकड़कर वापस पेंच व्याघ्र प्रकल्प में छोड़ने की तैयारी है।




Created On :   25 April 2024 3:28 PM GMT

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