रक्त नमूनों की जांच रिपोर्ट में विलंब से वक्त पर नहीं हो पा रहा उपचार

रक्त नमूनों की जांच रिपोर्ट में विलंब से वक्त पर नहीं हो पा रहा उपचार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य की रीढ़ माने जाने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को वक्त पर सही उपचार नहीं मिल रहा है। रक्त नमूनों की जांच रिपोर्ट मिलने में विलंब इसका मुख्य कारण बताया जाता है। रोग निदान के लिए रक्त नमूनों की जांच रिपोर्ट मिलने पर उचित औषधोपचार किया जा सकता है। इस समस्या को सुलझाने के लिए महालैब के जिम्मेदारों को बुलाकर हल निकालने के निर्देश जिप स्वास्थ्य समिति सभापति कुंदा राऊत ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी को दिए हैं।

4-5 दिन में आती है रिपोर्ट : जिला परिषद के ग्रामीण क्षेत्र में 53 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। 116 उपकेंद्र तथा आयुर्वेदिक, एलोपैथिक व यूनानी क्लिनिक है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, क्लिनिक तथा उपकेंद्रों में विविध बीमारियों का रोग निदान करने के लिए रक्त नमूने लेकर प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे जाते हैं। जांच रिपोर्ट आने में 4 से 5 दिन लग जाते हैं। रोग निदान के बिना मरीज को योग्य औषधोपचार नहीं मिलने पर बीमारी बढ़ जाती है। जांच रिपोर्ट मिलने पर औषधोपचार देकर बीमारी बढ़ने से रोकी जा सकती है।

महालैब के जिम्मेदारों को बुलाया जाएगा : संपूर्ण महाराष्ट्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में रक्त नमूने लेकर जांच करने की जिम्मेदारी महालैब एजेंसी को दी गई है। महालैब ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लैब टैक्निशियन नियुक्त किए हैं। डॉक्टर की सलाह पर मरीजों के रक्त के नमूने लिए जाते हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जांच की सुविधा नहीं रहने से जांच के लिए नागपुर में एजेंसी की प्रयोगशाला में भेजे जाते हैं। जांच रिपोर्ट 4-5 दिन बाद मिलते हैं। इस समस्या को सुलझाने के लिए महालैब के जिम्मेदारों से संपर्क कर 24 घंटे में रिपोर्ट उपलब्ध कराने की सूचना देने के विभाग को निर्देश दिए हैं।

Created On :   26 March 2024 7:22 AM GMT

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