तैयारी: सिंहस्थ महाकुंभ के लिए 11 हजार करोड़ का प्रस्ताव

सिंहस्थ महाकुंभ के लिए 11 हजार करोड़ का प्रस्ताव
भूसंपादन के लिए 3 हजार करोड़ की मांग

डिजिटल डेस्क, नाशिक । वर्ष 2027 में संपन्न होनेवाले सिंहस्थ महाकुंभ के लिये महापालिका की ओर से लगभग 11 हजार करोड़ रूपये का प्रस्ताव तैयार किया गया हैं। इसमें तीन हजार करोड़ रूपये के विविध विकासकार्य व साधुग्राम के लिये प्रावधान करने की मांग कि गई हैं। इसके लिये राज्य शासन समन्वय समिति का गठन करेगा। समिति की भूमिका इस प्रस्ताव का भविष्य तय करेगी। विगत सिंहस्थ में लगभग तीन हजार करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया गया था। इसके बाद सरकार ने एक हजार करोड़ के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। जिसे ध्यान में रखकर इसबार महापालिका ने 11 हजार करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया हैं , लेकिन समिति के माध्यम से कितने करोड़ का प्रस्ताव मंजूर होता हैं, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।

2027-28 के सिंहस्थ कुंभ के लिये श्रध्दालु व साधुसंताें को सुविधा उपलब्ध कराने के लिये विकास प्रस्ताव तैयार करना पड़ता हैं। नाशिक के सिंहस्थ महाकुंभ में नाशिक महापालिका की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती हैं। इसलिये महापालिका के पास से विकास का प्रस्ताव तैयार किया गया हैं। प्रस्ताव तैयार करने के लिये महापालिका आयुक्त तथा प्रशासक डॉ. अशोक करंजकर, अतिरिक्त आयुक्त प्रदीप चौधरी की अध्यक्षता में सिंहस्थ आराखड़ा समन्वय समिति स्थापित की गई हैै समिति के माध्यम से 42 विभागाें से विकास प्रस्ताव मांगा गया है। इसमें निर्माण विभाग ने 2,500 करोड़ रुपये, मलनिस्सारण विभाग ने 627 करोड़ रूपये का प्राथमिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया हैं। स्वास्थ्य व वैद्यकीय, दमकल, उद्यान, जलापूर्ति, जनसंपर्क, कूड़ा व्यवस्थापन विभाग से खर्च ब्यौरा प्रस्तुत किया गया हैं। इस दौरान आठ हजार करोड़ का सिंहस्थ प्रस्ताव था। भूसंपादन विभाग खर्च के आकंडे़ प्रस्तुत नहीं कर रहा था, लेकिन विगत सप्ताह में अंततः तीन हजार करोड़ रूपये का प्रस्ताव तैयार किया गया हैं। इसलिये कुल प्रस्ताव 11 हजार करोड़ रूपये पर पहुंचा। भूसंपादन में वर्तमान के रिंगरोड के मिसिंग रोड व साधुग्राम के लिये भूसंपादन किया जायेगा।

वाराणसी की तर्ज पर नियोजन

वाराणसी में 2025 में सिंहस्थ कुंभ होगा। जिसकी तर्ज पर नाशिक क सिंहस्थ कुंभ मेले का नियोजन किया जायेगा। महापालिका का पथक इससे पूर्व एक बार भेंट दे चुका हैं। कार्य शुरू होने से पूर्व पथक और एक भेंट देगा। गोदावरी नदी किनारे घाट विकास, प्रदूषणमुक्ति, मलनिस्सारण केंद्र के सक्षमीकरण पर इसके माध्यम से ध्यान दिया जायेगा।

चर्चा के बाद कारवाई

सिंहस्थ के लिये 11 हजार करोड़ का प्रस्ताव तयार किया गया हैं। सिंहस्थ समन्वय समिति के सामने प्रस्ताव प्रस्तुत किया जायेगा।इसके बाद प्रत्यक्ष कार्य के लिये शुरूआत होगी। -डॉ. अशोक करंजकर, आयुक्त

Created On :   11 Nov 2023 1:57 PM GMT

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