राज्यसभा चुनाव: भाजपा ने तीन जबकि शिंदे गुट, अजित गुट और कांग्रेस ने एक-एक उम्मीदवार उतारा

भाजपा ने तीन जबकि शिंदे गुट, अजित गुट और कांग्रेस ने एक-एक उम्मीदवार उतारा
  • महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव हो सकता है निर्विरोध
  • राणे, जावड़ेकर को नहीं मिली उम्मीदवारी
  • भाजपा में आते ही चव्हाण को मिली उम्मीदवारी

डिजिटल डेस्क , मुंबई। महाराष्ट्र की छह राज्यसभा सीटों के लिए सभी दलों ने अपने-अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। भाजपा ने राज्यसभा चुनाव के उम्मीदवारों को लेकर एक बार फिर सभी को चौंकाया है। भाजपा में 24 घंटे पहले ही शामिल हुए कांग्रेस से आए अशोक चव्हाण को राज्यसभा का टिकट दिया गया है। वहीं मेधा कुलकर्णी और डॉ अजित गोपछड़े को भी उम्मीदवार बनाया है। जबकि कांग्रेस ने दलित वोट बैंक को साधते हुए पूर्व मंत्री चंद्रकांत हंडोरे को राज्यसभा के लिए उम्मीदवारी दी है। जबकि शिवसेना (शिंदे) ने हाल ही में कांग्रेस से आए पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवडा को अपना उम्मीदवार बनाया है।

कांग्रेस नेता हंडोरे पिछला विधान परिषद चुनाव हार गए थे, अब कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। वहीं राकांपा (अजित) ने प्रफुल्ल पटेल को टिकट दिया है। हालांकि पटेल फिलहाल राज्यसभा के सांसद हैं और उनका कार्यकाल 2028 में समाप्त होगा। पर राकांपा में विभाजन के बाद अजित गुट उन्हें अपने कोटे से राज्यसभा भेजना चाहता है। पहले वे राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे, उसके बाद गुरुवार को नामांकन दाखिल करेंगे। फिलहाल 6 सीटों के लिए 6 उम्मीदवारों के ही नाम घोषित हुए हैं, ऐसे में महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव निर्विरोध हो सकते हैं। 15 फरवरी नामांकन की अंतिम तिथि है। इसके बाद तस्वीर साफ हो जाएगी।

लोग पूछते रहे कौन हैं अजित गोपछड़े

भाजपा ने बुधवार को राज्यसभा के लिए अपने तीन उम्मीदवारों के नामों का एलान किया। सूची में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के अलावा दो अन्य नाम मेधा कुलकर्णी और डा अजित गोपछडे का नाम देख लोग चौके। मेधा कुलकर्णी पुणे की कोथरुड सीट से भाजपा की विधायक रह चुकी हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव के वक्त उन्होंने अपनी सीट तत्कालिन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील के लिए छोड़ दी थी। उनके इस त्याग का पार्टी ने अब इनाम दिया है। जबकि डा गोपछड़े भाजपा के डाक्टर सेल के प्रदेश अध्यक्ष हैं। इसके पहले पार्टी ने उन्हें मई 2020 में विधान परिषद चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया था पर बाद में उन्होंने पार्टी के कहने पर अपना नामांकन वापस ले लिया था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े डा गोपछड़े की पहचान अयोध्या राम मंदिर कार सेवक की भी रही है।

एक ही जिले से तीन सांसद

अशोक चव्हाण और गोपछड़े दोनों नांदेड़ जिले के हैं। जबकि नांदेड़ से भाजपा के प्रतापराव चिखलीकर पहले से ही लोकसभा के सांसद हैं। इसलिए अब नांदेड से भाजपा के तीन सांसद हो जाएंगे।

इनका समाप्त हो रहा कार्यकाल

1. नारायण राणे (भाजपा)

2. प्रकाश जावड़ेकर (भाजपा)

3. वी मुरलीधरन (भाजपा)

4. कुमार केतकर (कांग्रेस)

5. वंदना चव्हाण (राकांपा)

6. अनिल देसाई (शिवसेना)

इनको मिली उम्मीदवारी

1 अशोक चव्हाण (भाजपा)

2 मेधा कुलकर्णी (भाजपा)

3 डा. अजित गोपछड़े (भाजपा)

4 मिलिंद देवडा (शिवसेना-शिंदे)

5 प्रफुल्ल पटेल (राकांपा)

6 चंद्रकांत हंडोरे (कांग्रेस)

Created On :   14 Feb 2024 2:41 PM GMT

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