एक भवन में दो कॉलेज के साथ संचालित हो रहे आधा दर्जन कोर्स

DAVV handed over notice to the law college made against the law
एक भवन में दो कॉलेज के साथ संचालित हो रहे आधा दर्जन कोर्स
विधि विरुद्ध बने विधि महाविद्यालय को डीएवीवी ने थमाया नोटिस एक भवन में दो कॉलेज के साथ संचालित हो रहे आधा दर्जन कोर्स

डिजिटल डेस्क, इंदौर। नर्सिंग कॉलेजों की गंभीर अनियमितताएं सामने आने के बाद अब इंदौर के इंदौर महाविद्यालय और जय नरसिंह कॉलेज का फर्जीवाड़ा सामने आया है। पूरे मामले पर दैनिक भास्कर ने पड़ताल की तो चौंकाने वाली बातें सामने आईं है। पितृ पर्वत के पास जम्बूडी हप्सी स्थित व्यवसायिक शिक्षण संस्थान के संचालकों द्वारा एक ही स्थान और भवन के आधार पर आधे दर्जन से अधिक पाठ्यक्रम का गलत तथ्यों और दस्तावेज के आधार पर कई वर्षों से संचालन किया जा रहा है। इस पूरे फर्जीवाड़े पर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद , राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद और राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की भूमिका भी संदिग्ध बनी हुई है। इन परिषदों द्वारा भौतिक सत्यापन के बावजूद अनिमितताओं को नज़रंदाज़ कर दिया गया। भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि इंदौर महाविद्यालय एवं जय नरसिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन का संचालन एक ही भवन व एक परिसर में नियमों को ताक में रख कई वर्षों से कॉलेज चलाया जा रहा है।

 इंदौर महाविद्यालय के संचालकों ने 2022-23 के विधि के पाठ्यक्रम,एलएल.बी (ऑनर्स),बी.ए.एलएल.बी (ऑनर्स) की अनुमति लेने के लिए बीसीआई नई दिल्ली को निर्माणाधीन बिल्डिंग की जगह इंदौर महाविद्यालय की पुरानी बिल्डिंग को दिखाकर ऑनलाइन निरीक्षण करवा डाला । यहाँ तक कि अलग -अलग राज्यों व शहरों के शिक्षकों को निरक्षण के दौरान अपनी फैकल्टी बताते हुए बीसीआई को शिक्षकों की सूची प्रदान कर दी,साथ देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने बीसीआई की अनुमति प्राप्त होने के पहले ही एमपी ऑनलाइन काउंसिलिंग की प्रक्रिया में इंदौर महाविद्यालय का नाम जोड़ दिया । इस पूरे फर्जीवाड़े को लेकर इंदौर के कृष्णा मोरे ने उच्च शिक्षा विभाग एवं देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को लिखित शिकायत करते हुए कार्यवाई की मांग की है। शिकायत के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने संचालक समिति को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। 

एक बिल्डिंग,दो कॉलेज और दर्जनभर कोर्स..!

इंदौर महाविद्यालय एवं जय नरसिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन द्वारा तथ्यों को छुपाकर परिषदों से नियम विरुद्ध इन पाठ्यक्रम का संचालन किया जा रहा है ।

 1) देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर- बी.ए, बी.बी.ए, बी.कॉम, बी.एससी व अन्य कोर्स 

2)राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, जबलपुर से 100 सीटों पर बी-फार्मा और 60 सीटों पर डी-फार्मा के फार्मेसी पाठ्यक्रमों का संचालन 

3)राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद से बी.एड, डी.एल. एड व एम.एड के पाठ्यक्रमों का संचालन 

4)अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त कर 120 सीटों पर पीजीडीएम, 60 सीटों पर पीजीडीएम(इंटरनेशनल बिजनेस), 60 सीटों पर पीजीडीएम (सर्विस मैनेजमेंट) और 60 सीटों के लिए पीजीडीएम (हॉस्पिटल मैनेजमेंट)

5)भारतीय विधिज्ञ परिषद से एलएल.बी ऑनर्स एवं बी.ए एलएल.बी ऑनर्स के पाठ्यक्रमों का संचालन 

ये कहना है जिम्मेदारों का ...

"शिकायतकर्ता की शिकायतें झूठी है हमें सभी जगह से क्लीन चिट मिल चुकी है-" 

गिरधर नागर , कोषाध्यक्ष, मोतीलाल नागर स्मृति शिक्षण संचालक समिति,इंदौर 

इंदौर महाविद्यालय एवं जय नरसिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन में अनियमितता की शिकायत पर कोई क्लीनचिट नही दी गई है बल्कि नोटिस जारी किए गए है ।

नोटिस का जवाब आने पर एक्शन लिया जाएगा । 

डॉ अनिल शर्मा ,कुल सचिव, देवी अहिल्या विश्विद्यालय, इंदौर 

राहुल करैया इंदौर

Created On :   7 Oct 2022 8:36 PM GMT

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