देश की आर्थिक राजधानी में बढ़ रहा जिस्म का कारोबार, कोरोना के बाद बदली परिस्थिति
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना संक्रमण से जुड़ी पाबंदियां खत्म होने के बाद देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में एक बार फिर जिस्म का बाजार फैलने लगा है। आंकड़े बताते हैं कि महानगर में जिस्मफरोशी के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। साल 2022 में मुंबई पुलिस ने 141 महिलाओं को देह व्यापार कराने वालों के चंगुल से बाहर निकालते हुए 102 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है।बचाई गई महिलाओं में एक नाबालिग भी थी। इससे पहले साल 2021 में जब साल का ज्यादातर समय कोरोना संक्रमण की पाबंदियों में बीता था देह व्यापार पर भी लगाम लग गई थी। इस दौरान पुलिस ने देह व्यापार के मामले में धकेली गईं 9 नाबालिगों समेत 34 महिलाओं को बचाया था और 17 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था। कोरोना संक्रमण के पहले महानगर में देह व्यापार के अड्डों पर पुलिस लगातार छापेमारी कर यहां से महिलाओं को छुड़ाती थी लेकिन संक्रमण फैसले के बाद इन अड्डों पर लगाम लग गई थी। साल 2019 में मुंबई में दो नाबालिगों समेत 315 महिलाओं को देह व्यापार के दलदल से मुक्त कराया गया और 117 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। लेकिन कोरोना संक्रमण फैलने के बाद देह व्यापार के जिन मामलों में कार्रवाई हुई उनमें ज्यादातर मामलों में फर्जी ग्राहकों के जरिए पुलिस ने ऑनलाइन देहव्यापार करने वालों पर शिकंजा कसा और सौदा करने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचाकर महिलाओं को उनके चंगुल से रिहा कराया।
नाबालिग से देह व्यापार कराने वाले दो गिरफ्तार
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने पश्चिम बंगाल से नाबालिग को लाकर मुंबई में देहव्यापार कराने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को गुरूवार को छापेमारी के दौरान पकड़ा गया और नाबालिग को रिहा करा सुधारगृह भेज दिया गया। मामले में गिरफ्तार आरोपियों के नाम चंदन शेख और अबिर मिध्ये है। दोनों मालाड के मालवणी इलाके के रहने वाले हैं।
महानगर में फिर फैला देह व्यापार
साल छुड़ाई गई महिलाएं गिरफ्तार आरोपी
2022 141 102
2021 34 34
2020 61 40
2019 315 117
Created On :   2 Feb 2023 4:41 PM GMT