मंदिर समिति का बड़ा फैसला: किसी भी उपमुख्यमंत्री के हाथों नहीं होगी पंढरपुर में कार्तिकी की महापूजा

किसी भी उपमुख्यमंत्री के हाथों नहीं होगी पंढरपुर में कार्तिकी की महापूजा
  • मराठा आंदोलनकारियों की चेतावनी के बाद मंदिर समिति का बड़ा फैसला
  • किसी भी उपमुख्यमंत्री के हाथों नहीं होगी कार्तिकी की महापूजा
  • पंढरपुर में कार्तिकी की महापूजा का आयोजन

डिजिटल डेस्क, पुणे। मराठा आंदोलनकारियों ने कार्तिकी यात्रा के लिए किसी भी उपमुख्यमंत्री को पंढरपुर नहीं आने देने की चेतावनी दी है। इस कड़ी में कार्तिकी महोत्सव की तैयारियों को लेकर बुधवार को विट्ठल रुक्मिणी मंदिर समिति की बैठक हुई। इस साल मंदिर समिति के सामने यह दुविधा थी कि कार्तिकी की महापूजा कौन उप मुख्यमंत्री करेंगे? राज्य में फिलहाल दो उपमुख्यमंत्री हैं और इस बार समिति के सामने यह दुविधा है कि महापूजा के लिए देवेन्द्र फड़णवीस को बुलाना चाहिए या अजित पवार को। नतीजन इस संबंध में हुई बैठक में किसी भी उपमुख्यमंत्री को नहीं बुलाने का फैसला किया गया है।

ज्ञात रहे कि मराठा प्रदर्शनकारियों ने आक्रामक रुख अपनाते हुए चेताया कि वे उपमुख्यमंत्री के हाथों पंढरपुर में विट्ठल की कार्तिकी एकादशी की आधिकारिक महापूजा नहीं होने देंगे। मराठा समुदाय के आंदोलन और चेतावनी को देखते हुए मंदिर समिति इस साल किसी उपमुख्यमंत्री को आमंत्रित नहीं करेगी। मराठा समुदाय की भावनाओं से सरकार को अवगत कराया जाएगा। गहिनीनाथ महाराज औसेकर और विट्ठल मंदिर समिति के अध्यक्ष के साथ एक बैठक हुई, जिसके बाद इस फैसले की जानकारी सामने आई है।

औसेकर महाराज ने मीडिया को बताया कि, सभी मराठा समुदाय ने एक बयान दिया, जब तक मराठा समुदाय के आरक्षण का मुद्दा हल नहीं हो जाता, हम किसी भी मंत्री या नेता को पंढरपुर में आने की अनुमति नहीं देंगे। विट्ठल रुक्मिणी मंदिर समिति के सह-अध्यक्ष गहिनीनाथ महाराज औसेकर ने बैठक के बाद कहा, हम इस फैसले को राज्य सरकार और कानून एवं न्याय विभाग के कानों तक पहुंचाएंगे।



Created On :   8 Nov 2023 2:43 PM GMT

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