अंधविश्वास: सांगली में ग्राम पंचायत चुनाव में अंधश्रद्धा को बढ़ावा

सांगली में ग्राम पंचायत चुनाव में अंधश्रद्धा को बढ़ावा
  • चुनाव में अंधश्रद्धा को बढ़ावा
  • सांगली में ग्राम पंचायत चुनाव का मामला

डिजिटल डेस्क, पुणे। विधानसभा, मनपा, जिला परिषद और पंचायत समिति से ज्यादा ग्रामपंचायत चुनाव को लेकर घमासान जारी है। इसी बीच सांगली जिले के हरिपूर में चुनाव के दौरान जादूटोना का मामला सामने आया है। गांव की सीमा में सड़क किनारे और स्वागत कमान के पास नींबू, हल्दी कुंकुम लगी और पिन घुसेड़ी हुई गुड़िया पाए जाने से पूरे गांव में खलबली मच गई है। अंधश्रद्धा और जादूटोना का यह मामला सामने आने के बाद गांव में सत्तादल और विपक्षी दलों के उम्मीदवारों में आरोप -प्रत्यारोप के दौर शुरू हो गए हैं।

प्रदेश में इस समय ग्राम पंचायत चुनाव का घमसान जारी है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में ग्राम पंचायत चुनाव का प्रचार चरम पर पहुंच गया है। सांगली जिले में 94 ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव हुए। 13 ग्राम पंचायतों के सरपंच और 11 ग्राम पंचायतें निर्विरोध चुनी गई हैं। शेष 80 ग्राम पंचायत में सरपंच पद के लिए 218 और सदस्य के 664 पदों के लिए 1505 उम्मीदवार मैदान में हैं। इन ग्राम पंचायतों के लिए रविवार को मतदान होने से गांवों में घमसान चल रहा है। इसी बीच सांगली शहर के पास स्थित हरिपुर गांव में चुनाव में अंधविश्वास को बढ़ावा देने का चौंका देनेवाला मामला सामने आया है।

हरिपुर गांव के जिस द्वार पर गांव का मेहराब स्थित है, वहां भानामति और जादू-टोना का पता चला। आज सुबह, कुछ ग्रामीणों ने देखा कि एक अज्ञात व्यक्ति ने आधी रात के आसपास मेहराब के आधार पर नींबू-हल्दी-कुंकू एड़ी-छेद वाली गुड़िया सहित जादू टोना सामग्री रखी थी। इसके बाद गांव में खलबली मच गई। हालांकि, विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों ने दावा किया है कि जादू-टोना के कारण कोई सत्ता में आता या जाता नहीं है, बल्कि लोग काम देखकर वोट करते हैं। बहरहाल इस मामले के सामने आने के बाद नागरिकों ने जादू-टोना के लिए रखी सामग्री को जला दिया। स्मार्ट युग में इस तरह के अंधविश्वास को बढ़ावा मिला, उस पर खासी चर्चा छिड़ी हुई है।

Created On :   3 Nov 2023 3:19 PM GMT

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