क्या कोरोना वायरस एक सीजनल वायरस है जिसमें शारीरिक दूरी और आइसोलेशन की जरूरत नहीं है? जानें सच

Is corona virus a seasonal virus that does not require physical distance and isolation? know the truth
क्या कोरोना वायरस एक सीजनल वायरस है जिसमें शारीरिक दूरी और आइसोलेशन की जरूरत नहीं है? जानें सच
फैक्ट चैक क्या कोरोना वायरस एक सीजनल वायरस है जिसमें शारीरिक दूरी और आइसोलेशन की जरूरत नहीं है? जानें सच

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने एक बार फिर दुनिया में कहर बरपाना शुरू कर दिया है। चीन और अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच भारत सरकार भी अलर्ट हो गई है। सरकार की तरफ से देश के बाहर आने वाले लोगों की सख्त जांच कराई जा रही है साथ ही देश के नागरिकों से सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाने की अपील की जा रही है। इस बीच कोरोना वायरस को लेकर एक मैसेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। 

सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज में दावा किया है कि डब्ल्यूएचओ का कहना है कि कोरोना वायरस एक सीजनल वायरस है। जिसमें शारीरिक दूरी और आइसोलेशन की आवश्यकता नहीं है। 

क्या है वायरल मैसेज में?

वायरल मैसेज में एक वीडियो शेयर किया है, साथ ही लिखा है ब्रेकिंग न्यूज - डब्ल्यूएचओ ने अपनी गलती मानी पूरी तरह से यू-टर्न लेते हुए कहा है कि कोरोना एक सीजनल वायरस है। यह मौसम बदलाव के दौरान होने वाला खांसी जुकाम का दर्द है इससे घबराने की जरूरत नहीं है। 

डब्ल्यूएचओ अब कहता है कि कोरोना रोगी को न तो अलग रहने की जरूरत है और न ही जनता को सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत है। यह एक से दूसरे मरीज में संचारित नहीं होता। देखिए WHO  की प्रेस कॉन्फ्रेंस......

पीआईबी ने किया फैक्ट चेक

वायरल मैसेज की सच्चाई लोगों तक पहुंचाने के लिए भारत सरकार की एजेंसी पीआईबी ने इसका फैक्ट चेक किया है। एजेंसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से इसकी जानकारी शेयर की है। अपने ट्वीट में पीआईबी ने बताया कि, कोरोना वायरस को लेकर एक मैसेज वायरल हो रहा है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस एक सीजनल वायरस है, जिसमें शारीरिक दूरी और आइसोलेशन की जरूरत नहीं है। यह दावा पूरी तरह से फर्जी है। कोरोना एक संक्रामक रोग है। इससे खुद को बचाने के लिए अनुकूल व्यवहार का पालन करते रहें। 

ऐसे मैसेजों का कराए फैक्ट चेक

अगर आपके पास भी इस तरह के कोई मैसेज आते हैं तो आप उसकी सच्चाई जानने के लिए लिए फैक्ट चेक पीआईबी के माध्यम से करा सकते हैं। इसके लिए आपको पीआईबी के ऑफिशियल वेबसाइट https://factcheck.pib.gov.in/ पर विजिट करना होगा। इसके अलावा आप वाट्सएप नंबर +918799711259 या ईमेल आईडी pibfactcheck@gmail.com पर भी मैसेज या वीडियो भेज कर फैक्ट चेक करा सकते हैं। 

Created On :   31 Dec 2022 7:29 AM GMT

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