राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ कल से शुरू होगा बजट सत्र, पढ़ें खास बातें...

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राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ कल से शुरू होगा बजट सत्र, पढ़ें खास बातें...
राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ कल से शुरू होगा बजट सत्र, पढ़ें खास बातें...
हाईलाइट
  • अंतरिम बजट सरकार के खर्च की एक सालाना रिपोर्ट है।
  • मोदी के नेतृत्व वाली सरकार 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश करेगी।
  • लोकसभा चुनाव से पहले यह सरकार का आखिरी बजट होगा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मोदी के नेतृत्व वाली सरकार 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश करेगी। लोकसभा चुनाव से पहले यह सरकार का आखिरी बजट होगा। अंतरिम बजट सरकार के खर्च की एक सालाना रिपोर्ट है। इसमें मूल रूप से सरकारी रसीद और एक्सपेंडिचर शामिल हैं। इस साल यह अंतरिम बजट अंतरिम वित्त मंत्री बनाए गए पीयूष गोयल पेश करेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि अरुण जेटली फिलहाल मेडिकल लीव पर अमेरिका में हैं। वह कैंसर से जूझ रहे हैं और बजट पेश नहीं कर पाएंगे।

हर साल बजट से पहले "हलवा सेरेमनी" आयोजित की जाती है। यह बजट सत्र के शुरुआत का सकेंत है। इस साल यह 21 जनवरी को आयोजित की गई थी। इस दिन से बजट डॉक्यूमेंट्स और पेपर्स की छपाई शुरू हो जाती है। इस पूरे बजट प्रक्रिया में शामिल वित्त मंत्रालय के अधिकारियों को संसद में बजट पेश होने तक किसी से भी संपर्क करने की अनुमति नहीं होती है। इससे पहले बुधवार को बजट सत्र से पहले सभी पार्टियों की मीटिंग बुलाई गई। लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की अध्यक्षता में यह बैठक हुई। 31 जनवरी से बजट सत्र की शुरुआत हो जाएगी। 

बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति दोनों सदनों को संबोधित करते हैं। इस साल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दोनों सदनों को संबोधित करेंगे। इसके बाद सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया जाएगा। इसके साथ ही दोनों सदनों में बजट पर चर्चा की शुरुआत हो जाएगी। 1 फरवरी से 13 फरवरी तक चलने वाले इस बजट सत्र में करीब 10 बैठकें होंगी। इनमें से केवल पांच (4 फरवरी से 8 फरवरी) में प्रश्नकाल होंगे। 8 फरवरी को प्राइवेट मेंबर्स के बिल को चर्चा के लिए उठाए जाएगा। 

बजट को वित्त मंत्रालय में बजट डिवीजन के अधिकारियों द्वारा अन्य मंत्रालयों से बातचीत के बाद तैयार किया जाता है। इसमें बजट को लेकर भाषण, ऐनुअल फाइनेंशियल स्टेटमेंट, फाइनेंस बिल, डिमांड फॉर ग्रांट्स और मैक्रोइकोनॉमिक फ्रेमवर्क शामिल है। अंतरिम बजट हमेशा आम चुनाव वाले साल में प्रस्तुत किया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि किसी नए सरकार के आने तक मौजूदा केंद्र सरकार को काम करने के लिए राशि की आवश्यकता होती है, जो कि इस बजट से मिलती है। नई सरकार के आने के बाद पूर्ण बजट पेश किया जाता है।

यह 13वीं बार होगा जब सरकार अंतरिम बजट पेश करेगी। संवैधानिक रूप से मौजूदा केंद्र सरकार को टैक्स में बदलाव करने, अंतरिम बजट में नई नीतियों की घोषणा करने की अनुमति है, लेकिन आजादी के बाद से 12 अंतरिम बजट पेश किए गए हैं। इन सभी में उस वक्त की मौजूदा सरकार ने कोई बड़ा बदलाव या घोषणा करने से परहेज किया था। ऐसा इसलिए क्योंकि आने वाली सरकार बिना किसी बोझ के पूरा बजट पेश कर सकें। 

पहले बजट को शाम 5 बजे तक पेश किया जाता था। हालांकि, पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने बजट को पेश करने का समय बदलकर शाम 5 बजे से 11 बजे सुबह शिफ्ट कर दिया। तब से लेकर अभी तक बजट सुबह 11 बजे पेश किया जाता है। इसके अलावा 2016 तक सरकार रेल बजट आम बजट से पहले पेश किया गया था। जिसे अरुण जेटली ने समाप्त कर दिया था। वहीं अब इसकी जगह रेल बजट को केंद्रीय बजट के साथ पेश किया जाता है। पहले बजट 28 फरवरी या 29 फरवरी यानि फरवरी लास्ट में पेश किए जाते थे। हालांकि मोदी सरकार ने फरवरी के पहले दिन बजट पेश करके पुरानी परंपरा को बदल दिया।

 


 

Created On :   30 Jan 2019 3:12 PM GMT

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