कासगंज हिंसा: डीएम के FB पोस्ट पर बवाल, कहा-पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे क्यों?

Bareilly DM Raghvendra Vikkram Singh fb post viral on kasganj
कासगंज हिंसा: डीएम के FB पोस्ट पर बवाल, कहा-पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे क्यों?
कासगंज हिंसा: डीएम के FB पोस्ट पर बवाल, कहा-पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे क्यों?

डिजिटल डेस्क, बरेली। कासगंज जिले में तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा लेकर सोशल मीडिया पर भी एक बहस शुरू हो गई है। हिंसा की वजहों को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों के अपने-अपने दावे हैं। इसी बीच घटना का बिना जिक्र किए बरेली के जिलाधिकारी राघवेंद्र विक्रम सिंह ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पूरे मामले पर सवाल खड़े कर दिए हैं। डीएम राघवेंद्र विक्रम ने लिखा कि "मुस्लिम मोहल्लों में जबरदस्ती जुलूस ले जाने और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे का अजीब रिवाज बन गया है।"

 

 

राघवेंद्र विक्रम सिंह की फेसबुक पोस्ट

 

जानकारी के अऩुसार, रविवार रात 10:25 बजे बरेली के जिलाधिकारी ने फेसबुक पर अपनी प्रतिक्रिया जताई, जिसके बाद बवाल मच गया। क्यों भाई वे पाकिस्तानी हैं क्या? यही यहां बरेली के खेलम में हुआ था। फिर पथराव हुआ, मुकदमे लिखे गए...."।  जब उनकी पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी तो डीएम ने रात करीब 11.25 बजे अपनी पोस्ट एडिट कर दी और उसकी जगह 26 जनवरी को ऐतिहासिकता से जुड़ा कंटेंट डाल दिया। हालांकि, उनकी यह कवायद एडिट हिस्ट्री नहीं मिटा सकी और उसमें पुरानी पोस्ट अब भी दिख रही है। 


पद्मावत पर भी कर चुके हैं पोस्ट

 

इसके साथ ही उस पोस्ट पर हुए कमेंट और शेयर किए गए कंटेट भी उनकी पुरानी पोस्ट के ही संदर्भ में हैं। यह पोस्ट सोमवार शाम तक काफी वायरल हो गई। पोस्ट के पक्ष और विपक्ष में कई तरह की प्रतिक्रियाएं भी आईं। बता दें कि 2005 बैच के प्रमोटी आईएएस अफसर राघवेंद्र विक्रम सिंह ने सेना से रिटायर होने के बाद यूपी प्रादेशिक सिविल सेवा में तैनाती ली थी। इससे पहले वह श्रावस्ती के जिलाधिकारी रह चुके हैं। उन्होंने पद्मावत का विरोध कर रही करणी सेना को आड़े हाथों लेते हुए लेख भी शेयर किए हैं। वहीं, उससे जुड़े व्यंग्य भी खुद पोस्ट किए हैं।

 

 

हिन्दू संगठनों पर सवाल उठाया

 

कासगंज दंगे से आहत डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने अपने फेसबुक वॉल पर पोस्ट कर हिन्दू संगठनों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया है। डीएम ने मुस्लिम मोहल्लों में बगैर इजाजत जुलूस निकालने पर आपत्ति जताई है। इतना ही नहीं एक पोस्ट में उन्होंने कांवड़ यात्रा के दौरान आंवला के खैलम में हुए बवाल का जिक्र भी किया है। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा है "..तो अब पता लगा कि यह ओढ़ा हुआ हिंदुत्व था! कैसे-कैसे कायर यह देश ढो रहा है...।" केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह के डार्विन के सिद्धांत पर की गई टिप्पणी, विश्व हिंदू परिषद की भूमिका जैसे विषयों पर भी उन्होंने अपनी राय रखी है। जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर उन्होंने लिखा है "ये बड़े जज भी हम जैसे छोटे निकले।" 

 

 

डीएम ने दी साथ रहने की नसीहत

 

डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं। हिन्दू संगठनों को माहौल खराब करने के लिए अधिक जिम्मेदार बताया है। बेवजह मुस्लिम मौहल्लों में पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे के पीछे की मंशा का मतलब भी समझाने की कोशिश की है। पोस्ट के जरिए हिन्दू और मुस्लिम दोनों समुदाय के साथ रहने की नसीहत भी दी है। साथ ही छोटी-छोटी गलतियों की वजह से आम आदमी से लेकर प्रशासन और पुलिस के अफसरों को होने वाली दिक्कतों के बारे में लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया है। 

 


मिल रहीं ऐसी प्रतिक्रियाएं

 

बता दें कि डीएम की पोस्ट पर लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रियाआं आ रही हैं। कुछ लोग डीएम की पहल की तारीफ कर रहे हैं तो कुछ विरोध में खड़े हो गए हैं। डीएम बरेली की फेसबुक पोस्ट के बारे में प्रदेश सरकार के सूत्रों का कहना है कि संभवत: उनका फेसबुक एकाउंट हैक हुआ है। डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह इसी साल अप्रैल में रिटायर भी होने वाले हैं।  

 
 

Created On :   30 Jan 2018 3:38 AM GMT

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