त्रिपुरा में BJP सरकार, PM की मौजूदगी में बिप्लब देब बने 10वें CM

त्रिपुरा में BJP सरकार, PM की मौजूदगी में बिप्लब देब बने 10वें CM
हाईलाइट
  • विधानसभा चुनावों में बीजेपी गठबंधन ने 43 सीटें जीती थी।
  • जिष्णु देब बर्मा डिप्टी सीएम बनाए गए।
  • बिप्लब देब बने त्रिपुरा के 10वें मुख्यमंत्री।

डिजिटल डेस्क, अगरतला। त्रिपुरा विधानसभा में लेफ्ट का किला ढहाने के बाद शुक्रवार को राज्य में बीजेपी की सरकार का आगाज हो गया। त्रिपुरा बीजेपी अध्यक्ष बिप्लब देब  ने त्रिपुरा के 10वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। उनके साथ जिष्णु देब बर्मा डिप्टी सीएम और 11 मंत्रियों ने भी शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में खुद प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। उनके साथ-साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी इसमें हिस्सा लिया। बता दें कि त्रिपुरा विधानसभा के नतीजे 3 मार्च को घोषित किए गए थे, जिसमें बीजेपी गठबंधन ने 43 सीटें जीती थी।

जिष्णु देब बर्मा बने डिप्टी सीएम

बिप्लब देब की सरकार में जिष्णु देब बर्माडिप्टी सीएम बनाए गए हैं। बर्मा शुक्रवार को राज्य के डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली। जिष्णु देब बर्मा ने चारिलम विधानसभा सीट से नॉमिनेशन फाइल किया था, लेकिन इस सीट पर CPM कैंडिडेट की मौत हो जाने की वजह से चुनाव नहीं हुआ था। इस सीट पर अब 15 मार्च को चुनाव होगा।

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कौन-कौन हुआ शामिल?

त्रिपुरा में शुक्रवार को हुए शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह तो शामिल हुए ही, साथ ही राम माधव, भूपेंद्र यादव और हेमंत बिस्वा शर्मा भी इसमें शामिल हुए। इनके अलावा इस कार्यक्रम में गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजु, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण समेत कई केंद्रीय मंत्री और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। मंच पर त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार भी मौजूद रहे। 

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माणिक सरकार भी होंगे शामिल

बिप्लब देब के शपथ ग्रहण में त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री और CPM के लीडर माणिक सरकार भी हुए। उन्हें बीजेपी के सीनियर लीडर लालकृष्ण आडवाणी के बगल वाली सीट में जगह दी गई थी। गुरुवार को बीजेपी नेता राम माधव और मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने माणिक सरकार के घर जाकर उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए इनवाइट किया था। बता दें कि माणिक सरकार 1998 से 2018 तक त्रिपुरा के सीएम रहे हैं।

 

 



कौन हैं बिप्लब देब? 

त्रिपुरा के अगले सीएम बनने जा रहे बिप्लब देब  ने 1999 में त्रिपुरा यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया था। उनके खिलाफ कोई क्रिमिनल केस भी दर्ज नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिप्लब ने अपने इलेक्शन कमीशन को दिए एफिडेविट में अपनी संपत्ति मात्र 2,99,290 रुपए बताई है। त्रिपुरा में बिप्लब की छवि बहुत साफ मानी जाती है। इतना ही नहीं कहा ये भी जाता है बिप्लब बोलने में नहीं बल्कि काम करने पर विश्वास रखते हैं। इसके साथ ही बिप्लब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से भी जुड़े रहे हैं। बिप्लब ने RSS के सीनियर लीडर केएन गोविंदाचार्य के साथ काम भी किया है और वो शुरुआत से ही RSS के साथ मिलकर काम करते रहे हैं। बिप्लब ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा है और अभी वो 48 साल के हैं। बिप्लब की वाइफ बैंक में काम करती हैं और एफिडेविट के मुताबिक, उनकी संपत्ति 9,01,910 रुपए है। 

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क्या रहे त्रिपुरा के नतीजे? 

त्रिपुरा की 59 विधानसभा सीटों के लिए 17 फरवरी को वोटिंग हुई थी, जबकि नतीजे 3 मार्च को घोषित किए गए। इन चुनावों में बीजेपी ने इंडीजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। जिसमें बीजेपी ने 51 सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारे थे और 35 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं IPFT ने 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे और 8 पर जीत हासिल की। इन चुनावों में लेफ्ट को सिर्फ 16 सीटें ही मिल पाई। जबकि कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल सकी।  

25 सालों बाद ढहा लेफ्ट का किला

त्रिपुरा में इन चुनावों में बीजेपी ने 25 सालों से सत्ता में काबिज लेफ्ट के किले को ढहा दिया। त्रिपुरा में 1978 के बाद से सिर्फ लेफ्ट सिर्फ एक बार 1988-93 के दौरान सत्ता से दूर रहा है। 1993 के बाद से 25 सालों से यहां CPI-M का कब्जा है और 1998 से लगातारा त्रिपुरा में 3 बार माणिक सरकार मुख्यमंत्री थे। 2013 के विधानसभा चुनावों में लेफ्ट ने यहां की 60 सीटों में 50 सीटों पर कब्जा किया था और कांग्रेस को 10 सीटें मिली थी। जबकि बीजेपी अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी। वहीं 2018 में बीजेपी ने 35 सीटों पर कब्जा किया है।

Created On :   9 March 2018 2:01 AM GMT

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