कोयंबटूर में निपाह वायरस को फैलने से रोकने के लिए किए गए हैं खास इंतजाम

कोयंबटूर में निपाह वायरस को फैलने से रोकने के लिए किए गए हैं खास इंतजाम

डिजिटल डेस्क, कोयंबटूर। तमिलनाडु का कोयंबटूर निगम चिड़ियाघर घातक निपाह वायरस के प्रसार को रोकने के लिए बेहद खास उपाय कर रहा है। दरअसल केरल और कोयंबटूर के बीच हजारों चमगादड़ों का आना-जाना लगा रहता है। इसी वजह से चिड़ियाघर में वायरस को फैलने से रोकने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। गौरतलब है कि निपाह एक खतरनाक और जानलेवा वायरस है, जिसकी चपेट में आने वाले व्यक्ति की जान तक जा सकती है। निपाह वायरस बड़ी तेजी से लोगों के बीच फैलता है।

कोयंबटूर निगम चिड़ियाघर के निदेशक, एस नाथ ने कहा है कि, "हमने चिड़ियाघर के कर्मचारियों को वायरस फैलने से रोकने के खास उपाय करने को कहा है। इसमें फैलने वाली लार को साफ़ करने और फर्श की सफाई शामिल है। हम इलाके के चारों ओर ब्लीचिंग पाउडर का भी स्प्रे कर रहे हैं।"

उन्होंने कहा, "हमने मृत चमगादड़ों में इसे पहचानने के लिए तीन टीमों का गठन किया है, लेकिन उन्हें अभी तक ऐसा कोई मामला नहीं मिला है।"

गौरतलब है कि इसी साल मई में निपाह वायरस के फैलने के कारण केरल में 16 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, निपाह वायरस चमगादड़ों द्वारा खाए फलों से फैलता है। ये एक संक्रमणीय बीमारी का रूप ले लेता है और जानवरों और मनुष्यों दोनों ही के लिए बेहद घातक है।

इसकी चपेट में आने वाले लोगों में बुखार, सिरदर्द, उनींदापन, श्वसन संबंधित बीमारी, विचलन और मानसिक भ्रम जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। जो कोई भी व्यक्ति वायरस की चपेट में आता है वो 24 से 48 घंटों के अंदर ही कोमा में चला जाता है। 

Created On :   6 July 2018 10:16 AM GMT

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