पत्नी को जिंदा जलाया, चीखें सुन बिलख रही बच्ची को भी पिता ने आग में झोंका

cruel: A father burnt her wife and daughter alive for dowry
पत्नी को जिंदा जलाया, चीखें सुन बिलख रही बच्ची को भी पिता ने आग में झोंका
पत्नी को जिंदा जलाया, चीखें सुन बिलख रही बच्ची को भी पिता ने आग में झोंका

डिजिटल डेस्क, पटना। "दहेज" एक ऐसा अभिशाप है जिसके मोह में पड़कर इंसान कब "हैवान" बन जाता है इसका अंदाजा उसे खुद भी नहीं होता। सरकार दहेज जैसी कुप्रथा को रोकने के लिए सख्त से सख्त कानून बना रही है लेकिन तब भी दहेज के दानवों का अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहा। रोजाना कोई न कोई ऐसा मामला सामने आ जाता है जो समाज को शर्मसार कर देता है।

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक महिला दहेज के दरिंदों का शिकार हो गयी, उसे और उसकी 6 साल की मासूम बच्ची को पिता ने ही बेरहमी से जिंदा जला दिया। बताया जा रहा है कि शादी के कुछ समय बाद से ही ससुराल पक्ष ने दहेज के नाम पर माधुरी से पैसे की मांग करना शुरू कर दी थी,जिसके चलते माधुरी के साथ बार-बार मारपीट की जाती थी और उसको मायके से पैसे लेकर आने के लिए तरह-तरह की मानसिक और शारीरिक यातनाएं दी जाती थी। माधुरी एक गरीब परिवार से थी और अपने परिवार की माली हालत जानकर वो चुपचाप ये जुल्म सहन कर जाती थी। मारपीट कर दरिंदे भी अपना गुस्सा निकाल लेते थे, लेकिन उस रात ऐसा नहीं हुआ। दहेज के नाम पर शुरु हुई बात उस दिन सिर्फ मारपीट पर खत्म नही हुई।

जब दरिंदों के सिर हुआ खून सवार 

दहेज दानवों ने गुस्से में न सिर्फ माधुरी के साथ मारपीट की बल्कि पूरे परिवार ने मिलकर घर की लक्ष्मी को पलंग से बांधकर जिंदा जला दिया, लेकिन बेशर्मी का ये खेल यहींं खत्म नहीं हुआ। पिता ने मां को जिंदा जलते देख रो रही 6 साल की अपनी बेटी को भी जिंदा आग के हवाले कर दिया। जानकारी के अनुसार मौत का ये खौफनाक मंजर बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट थाना क्षेत्र में देखने को मिला। शोरगुल सुनकर जब आसपास के लोग वहां इकट्ठा होने लगे तो पूरा परिवार घर छोड़कर वहां से फरार हो गया। पड़ोस के लोगों ने महिला की ऐसी हालत देख कर उसे आग से बाहर निकाला और पुलिस को जानकारी देते हुए उसे पास के अस्पताल में भर्ती करवाया, लेकिन उस वक्त तक महिला और उसकी बच्ची 95% जल चुकी थी और 2 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद उसकी मौत हो गई। मौत के बाद उसके मायके वाले ने दामाद गुलाब सिंह, सास, ससुर लक्ष्मी सिंह और पड़ोस के गुड्डू सिंह पर जिंदा जलाकर हत्या करने का लगाया है।

जिंदा जलाकर "हंसते" रहे दरिंदे

इस मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आग में 95% तक जली माधुरी ने इलाज के दौरान बताया कि दहेज के लिए उसे रोजाना पीटा जाता था। वहीं कल रात उसे जबरदस्ती घर से बाहर निकालने की कोशिश की जा रही थी जिसका विरोध करने पर सास, ससुर और पति तीनों ने मिलकर उसे पलंग से बांध दिया फिर किरोसिन तेल डालकर आग के हवाले कर दिया। वहीं जब उसे जलता देख उनकी 6 साल की बेटी ने जब जोर-जोर से चिल्लाना शुरु किया तो उसे भी जलती मां की गोद में फेंक दिया जिसके बाद वो दोनों मां बेटी जिंदा जलते रहे और वो सभी ठहाके मार कर हंस रहे थे।

 बेटे की दूसरी शादी कराना चाहते थे सास-ससुर

इस दौरान माधुरी ने ये भी बताया कि उसको घर से बाहर निकाल कर सास-ससुर दहेज के लिए अपने बेटे की दूसरी शादी कराना चाहते थे। वहीं इस घटना को अंजाम देने के बाद सभी घर छोड़कर फरार है। जिस की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है और घटनास्थल पर पुलिस लगातार गश्त लगा रही है।

8 साल से घरेलू हिंसा का शिकार की मौत

आग में जिंदा जलकर मरने वाली माधुरी की मां ने बताया कि आज से 8 साल पहले हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार हमारी बेटी माधुरी की शादी की गई थी लेकिन शादी के बाद पति और ससुराल वाले लगातार दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। कई बार उन्हें पैसा भी दिया गया पर और अधिक पैसे की मांग कर रहे थे जो हम लोग देने में असमर्थ थे। इसी को लेकर उन्होंने इस तरह के दिल दहलाने वाली घटना को अंजाम दिया है।

Created On :   10 Oct 2017 5:10 AM GMT

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