आदमखोर बाघिन के पगमार्क दिखने से आंजी में केन्द्रित हुआ ऑपरेशन टी- 1, 200 कर्मचारी जुटे

footmarks of cannibal tigress in the forest range of ralegaon yavatmal
आदमखोर बाघिन के पगमार्क दिखने से आंजी में केन्द्रित हुआ ऑपरेशन टी- 1, 200 कर्मचारी जुटे
आदमखोर बाघिन के पगमार्क दिखने से आंजी में केन्द्रित हुआ ऑपरेशन टी- 1, 200 कर्मचारी जुटे

डिजिटल डेस्क, रालेगांव (यवतमाल)। फारेस्ट रेंज में नरभक्षी बाघिन के पगमार्क दिखने से रेस्क्यू टीम अपने 200 कर्मचारियों के साथ उसे  पकड़ने के लिए आंजी की ओर कूच कर रही है। बता दें कि  बीते डेढ़ वर्ष से भी अधिक समय से चल रहे नरभक्षी बाघिन को पकडऩे की मुहिम में वन विभाग की घोर लापरवाहियों के उजागर होने के बाद पुरानी गलतियों से सबक लेते हुए  वन विभाग ने अब बाघिन को पकडऩे या मार गिराने के मुहिम में कई बदलाव किए हैं। शूटरों के साथ इटालियन नस्ल के दो डॉग, पैराग्लाइडर और भारी तादात में मानव बल, साजो सामान मुहैया करवाया गया है। जिसके बाद मुहिम में गति आने की उम्मीद लगाई जा रही है। 

उल्लेखनीय है कि गत सप्ताह  नरभक्षी बाघिन ने आंजी डैम परिसर में दो घोड़ों का शिकार किया था। साथ ही इसी परिसर में बाघिन के पगमार्क दिखाई देने से ऑपरेशन को अब आंजी परिसर में केंद्रित किया गया है। फिर भी करीब एक सप्ताह से भी अधिक समय से चल रहे मुहिम में अब तक कोई सफलता नहीं मिली है।जिसके कारण इस मिशन पर सवालिया निशान लग रहे हैं। इस मुहिम को दो बार रोकना भी पड़ा है। मध्यप्रदेश से लाए गए एक हाथी ने जग बौखलाहट में गांव का रूख किया था उसके बाद मिशन को रोक दिया गया था। इसके बाद वन विभाग की सहायता के लिए शूटर नवाब शफाकत अली खान को लाया गया।

एक सप्ताह के बाद उसे भी भारी दबाव के चलते बैरंग लौटना पड़ा था।  फिर वन विभाग मुहिम ने पांच हाथियों को मुहिम में लगाया  लेकिन इसमें से भी एक हाथी बौखला गया और उसने तहसील के चहांद में एक महिला को मार डाला तो एक वृद्ध को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। वन विभाग ने हाथी के बौखलाने की पहली घटना से सबक न लेते हुए दोबारा पांच हाथियों को मुहिम में लगाया और नतीजा भयानक रहा। एक बार पुन: शूटर और पैराग्लाइडर को मुहिम में लगाया गया है। लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही है। मुहिम में जुटे अधिकारी से लेकर निजी लोगों की खानपान की हर जरूरत जंगल में पूरी की जा रही है। जिससे इस मुहिम की सफलता पर सवाल उठ रहे हैं।

रेस्क्यू टीम बुलाने की राष्ट्रपति से गुहार
रालेगांव में टी 1 बाघिन को पकड़ने के लिए हैदराबाद से  शूटर को बुलाया गया है, लेकिन भारतीय वन्य जीव कल्याण बोर्ड की मानद पशु कल्याण अधिकारी करिश्मा गलानी ने बाघिन को बेहोश कर पकडऩे के लिए विदेश से रेस्क्यू टीम बुलाने की मांग कर राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन के माध्यम से की है। फिलहाल इस पर निर्णय होना शेष है। वन अधिकारी व शिकारी के बीच बाघिन को मारने को लेकर तालमेल नहीं बैठा पा रहे हैं। दूसरी ओर बाघिन व दो शावकों को मारने को लेकर वन्यजीव प्रेमी व कई संस्था विरोध कर रहे हैं। ऐसे में बाघिन को पकडऩे के लिए विदेश से रेस्क्यू टीम बुलाने पर गलानी ने जोर दिया है।

 

Created On :   14 Oct 2018 10:07 AM GMT

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