यहां विचरण कर रहा काले हिरणों का झुंड, फारेस्ट जुटा सुरक्षा को लेकर

Forest department works for the protection of roaming Black bucks
यहां विचरण कर रहा काले हिरणों का झुंड, फारेस्ट जुटा सुरक्षा को लेकर
यहां विचरण कर रहा काले हिरणों का झुंड, फारेस्ट जुटा सुरक्षा को लेकर

डिजिटल डेस्क, अमरावती। जिले के अकोली-म्हाडा कालोनी में इन दिनों काले हिरणों का झुंड विचरण करते देखा जा रहा है। यह झुंड वन विभाग को उस समय नजर आया जब वे फारेस्ट एरिया का निरीक्षण कर रहे थे। दरअसल, चार दिन पूर्व एक काला हिरण भातकुली मार्ग पर रास्ते में मृत पाया गया। किसी वाहन से एक्सीडेंट होने के कारण उसकी मौत हुई। इस मरे हुए काले हिरण को श्वानों ने नोंच-नोंच कर खा लिया था। वन विभाग को जब घटना की जानकारी मिली तो विभाग के अधिकारी अपनी टीम के साथ जंगल एरिया का निरीक्षण करने निकले तब उन्हें काले हिरणों का झुंड नजर आया। 

वन विभाग जांच में जुटा
उल्लेखनीय है कि काले हिरण की सुरक्षा करना वनविभाग की प्राथमिक जिम्मदारी है। किंतु इसी परिसर में आवारा श्वान को देखते वनविभाग के अधिकारी भी हैरत में पड़ गए। वनविभाग के अधिकारियों ने तुरंत काले हिरन व वन्यजीव प्राणियों की सुरक्षा हेतु कड़े कदम उठाए। बता दें ति भातकुली मार्ग पर काले हिरन की दुर्घटना में मौत हो गई थी और आवारा श्वानों ने हिरन का शव खा डाला था। लेकिन काले हिरन के सींग अभी तक घटनास्थल पर नहीं मिले। अधिकारियों ने घटनास्थल भी जायजा लेकर हिरन के सींग व खाल जंगल में ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। काले हिरन की मौत को लेकर वनविभाग के अधिकारियों ने गुप्त तरीके से जांच शुरू की है। 

बढ़ा दी गश्त
काले हिरन व वन्यप्राणियों की सुरक्षा हेतु वनविभाग ने कड़े कदम उठाए हैं। काले हिरन की मौत के बाद अब इस परिसर में 24 घंटे 6 कर्मी गश्त कर रहे हैं। साथ ही वनविभाग के रेस्क्यू दल ने भी इस परिसर में गश्त बढ़ा दी है और वन्यप्राणियों की सुरक्षा हेतु परिसर के नागरिक व आसपड़ोस के गांववासियों में जनजागृति करने का अभियान वनविभाग द्वारा शुरू करने का निर्णय लिया गया। 

जंगल में पानी की व्यवस्था पर देंगे ध्यान
म्हाड़ा कालोनी से रिंग रोड मार्ग  पर छोटा नाला है, जहां वन्यजीव पानी पीने आते हैं और उसी समय आवारा श्वान शिकार करते हैं। इस बात को देखते हुए वनविभाग द्वारा म्हाड़ा कालोनी से लेकर भातकुली मार्ग तक के 100 से 200 हेक्टेयर में वन्यप्राणियों के लिए कृत्रिम तालाब बनाने का निर्णय लिया है।  

आवारा श्वानों का करेंगे बंदोबस्त
इस परिसर में बड़े पैमाने पर आवारा श्वान देखे जा रहे हैं। इस बात को देखते हुए हम मनपा को आवारा श्वान के बंदोबस्त के लिए पत्र देंगे। क्योंकि काला हिरन यह शेड्यूल वन का प्राणी है। इसी वजह से इस परिसर से जल्द से जल्द आवारा श्वान हटाएं जाएंगे। इसके अलावा वन्यप्राणियों की सुरक्षा हेतु कड़े कदम उठाए गए हैं। 
-संजीवकुमार दहीवडे, उपवनरक्षक
 

Created On :   18 Dec 2018 9:53 AM GMT

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