पोस्टल बैलेट न मिलने से चार सैकड़ों कर्मचारी मतदान से वंचित

Four hundreds employees deprived from voting due to Ballot Paper in mp assembly election
पोस्टल बैलेट न मिलने से चार सैकड़ों कर्मचारी मतदान से वंचित
पोस्टल बैलेट न मिलने से चार सैकड़ों कर्मचारी मतदान से वंचित

डिजिटल डेस्क, सीधी। विधानसभा चुनाव में संलग्न कर्मचारियों, अधिकारियों के पोस्टल बैलट एवं मतदान में भारी अव्यवस्था देखने को मिली है। बैलेट पेपर न मिल पाने के कारण सीधी में करीब तीन तो चुरहट के एक सैकड़ा कर्मचारी मतदान से वंचित हो गये हैं। मतदान में अव्यवस्था केा लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की है।

उल्लेखनीय है कि जिले के चारों विधानसभाओं में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों की आज उत्कृष्ट विद्यालय में मतदान कराया गया। पोस्टल बैलेट लेने और मतदान के लिये कर्मचारी अधिकारी भारी संख्या में उत्कृष्ट विद्यालय क्र.1 पहुंचे थे, किंतु सीधी विधानसभा के तीन सैकड़ा और चुरहट विधानसभा के करीब एक सैकड़ा कर्मचारियों को पोस्टल बैलेट नहीं मिल सका। इस दौरान संबंधित कर्मचारी वहां मौजूद अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराते रहे लेकिन समाधान नहीं हो सका। बताया जाता है कि पोस्टल बैलेट उपलब्ध कराने जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी वे कर्मचारियों को पोस्टल बैलेट उपलब्ध नहीं करा पाये। अंतत: भारी संख्या में कर्मचारी पोस्टल बैलेट से मतदान करने में वंचित रह गये हैं। कर्मचारियों के मतदान को लेकर व्याप्त अव्यवस्था की खबर जब कांग्रेस नेताओं को लगी तो मौके पर पहुंचे और विरोध दर्ज कराने लगे लेकिन विरोध का भी केाई मतलब नही निकल पाया।

साजिश के तहत पोस्टल बैलेट नहीं जारी किया- कांग्रेस
इस संबंध में जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता प्रदीप सिंह दीपू ने कहा कि जो कर्मचारी भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए तैयार नहीं थे उनको साजिश के तहत भेदभाव करते हुए कोई न कोई बहाना बनाकर पोस्टल बैलट नहीं जारी किया गया और उनको मतदान से वंचित कर दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ  कुछ कर्मचारियों का बैलट पेपर दूसरे लोगों को देकर फर्जी मतदान भी करवाया गया है। धांधली की सबसे ज्यादा शिकायत विधानसभा क्षेत्र चुरहट एवं सीधी में प्रकाश में आई है। प्रदीप सिंह ने निर्वाचन आयोग को लिखे शिकायती पत्र में कहा है कि स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से सत्ता के दबाव में है। इसी के चलते कर्मचारियों को मतदान करने से वंचित किया गया है। उन्होंने निर्वाचन आयोग से कर्मचारियों को  पुन:  मतदान का अवसर देने की मांग की है तथा संपूर्ण घटना के निष्पक्ष जांच कराने सहित दोषियों के ऊपर सख्त कार्यवाही करने सहित सभी कर्मचारियों का मतदान सुनिश्चित कराने के लिए आयोग से आग्रह किया है।

कोई भी शासकीय सेवक मताधिकार से नहीं रहेगा वंचित
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि शासकीय सेवकों के डाक मतपत्र अवैध घोषित न हों इसके लिए तिथि निर्धारित कर सुविधा केन्द्र पर मतदान की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है जिससे वे अपने मताधिकार का प्रयोग सहज ढंग से कर सकें। मतदान कार्य में लगे जिन शासकीय सेवकों ने अभी तक डाक मतपत्र के लिए आवेदन नहीं किया है वे 24 नवंबर को चुनाव ड्यूटी आदेश के साथ अपना आवेदन प्रारूप 12 में नोडल अधिकारी एके झा डिप्टी कलेक्टर अथवा संबंधित रिटर्निंग आफीसर के पास जमा करा दें। आवेदन में निर्वाचक नामांवली के भाग संख्या एवं क्रम संख्या को अनिवार्य रूप से भरें। कलेक्टर ने बताया कि मतदान से वंचित अधिकारियों कर्मचारियों को मतदान के लिए सामग्री वितरण के समय जमा करने के समय एवं कलेक्ट्रेट में भी सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। ऐसे अधिकारी-कर्मचारी डाक के द्वारा भी अपना मतपत्र भेज सकते हैं।

Created On :   24 Nov 2018 8:10 AM GMT

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