मसूद अजहर को ban करने में अमेरिका करेगा भारत की मदद
- अमेरिका
- करेगा भारत की मदद।
- चीन ने लगाया है हमेशा रोड़ा।
- मसूद अजहर पर बैन लगाने के लिए भारत करेगा कोशिशें तेज।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले से सभी गमगीन है। इस हमले के बाद भारत और अमेरिका की कोशिश है कि जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया जाए। सूत्रों के अनुसार भारत अमेरिका से इस संबंध में बात करेगा , ताकि अजहर पर ban लगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव पारित करवाया जा सके। वहीं इस मामले में सबसे बड़ी बाधा चीन है, जो हमेशा रुकावटे पैदा करता है।
चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य है। उसके पास वीटो की ताकत भी है। चीन, पाकिस्तान का करीबी मित्र भी है। अमेरिका,भारत, यूके या फ्रांस ने जब भी अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने की कोशिश की, चीन ने वीटो लगा दिया।
जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा में हुए आतंवादी हमले की जिम्मेदारी ली है। वहीं चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने कहा कि, जैश-ए-मोहम्मद को सुरक्षा परिषद की आतंकवाद निरोध सूची में शामिल कर दिया है। चीन इस मुद्दे को उचित तरीके से हल करेगा। भारत को उम्मीद है कि अमेरिका उसका साथ देकर अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के लिए चीन पर दबाव बनायेगा। पुलवामा हादसे के बाद भारत ने पाकिस्तान से कहा कि संयुक्त राष्ट्र में जितने भी आतंकवादी संगठन सुचीबद्ध हैं, उनकी संपत्तियों को जब्त कर दिया जाए।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने भारत के साथ होने की बात कही है। बोल्टन ने शहीद जवानों के प्रति दुख जाहिर किया है। बोल्टन ने भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल से शुक्रवार को दो बार बातचीत की थी। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने भी भारत का साथ दिया। पोम्पियो ने कहा, "आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका भारत के साथ है। उन्होंने पाकिस्तान को कड़े शब्दों में कहा कि वह आतंकवादियों को मदद पहुंचाना और उनका सुरक्षित पनाहगाह बनना बंद करे।"
Created On :   16 Feb 2019 7:49 AM GMT