नन रेप केस: सिस्टर लूसी कलप्पुरा पर लिए गए एक्शन को चर्च ने वापस लिया

Kerala nun rape case: Church withdrawn actions against sisiter Lucy
नन रेप केस: सिस्टर लूसी कलप्पुरा पर लिए गए एक्शन को चर्च ने वापस लिया
नन रेप केस: सिस्टर लूसी कलप्पुरा पर लिए गए एक्शन को चर्च ने वापस लिया
हाईलाइट
  • चर्च अथॉरिटी ने सिस्टर लूसी पर की गई सभी अनुशासनात्मक कार्रवाई को रद्द किया।
  • आरोपी बिशप के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली सिस्टर पर चर्च नहीं करेगा कार्रवाई।
  • बिशप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के चलते चर्च ने सिस्टर लूसी कलप्परा को पद मुक्त किया।

डिजिटल डेस्क, वायनाड। केरल में नन से रेप के मामले में आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ प्रदर्शन कर रही सिस्टर लूसी कलप्पुरा पर लिए गए एक्शन को चर्च ने वापस ले लिया है। चर्च अथॉरिटी ने सिस्टर लूसी पर की गई सभी अनुशासनात्मक कार्रवाई को रद्द कर दिया है। बता दें कि बिशप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के चलते केरल के एक चर्च ने सिस्टर लूसी कलप्पुरा को उनके पद से निकाल दिया था। लूसी कलप्पुरा कोच्चि में बिशप के खिलाफ हुए ननों के प्रदर्शन में शामिल हुई थी। चर्च के इस एक्शन के बाद लूसी कलप्पुरा ने कहा था कि उन्हें इस बात का बड़ा दुख है कि चर्च ने 13 बार नन से रेप करने वाले आरोपी बिशप के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया, लेकिन हमारे प्रदर्शन पर तुरंत कार्रवाई की गई।

लूसी ने कहा था, "रेप पर सभी चुप रहे लेकिन विरोध प्रदर्शन पर बड़ी तेजी में एक्शन लिया गया। यह चौंकाने वाला है। रेप पीड़िता से हमें हमदर्दी है। मुझे लगा कि उनकी मदद की जानी चाहिए। इसीलिए हम प्रदर्शन में शामिल हुए। हो सकता है कि यह चर्च के विकार्स की टीम हो जिसने यह फैसला लिया हो।" सिस्टर ने यह भी कहा था कि मुझे चर्च से निकाले जाने से पहले यह तो बताना चाहिए था कि मेरी गलती क्या है। उन्होंने कहा, "मैंने अभी तक अपनी जिम्मेदारी को बड़े अच्छे से निभाया। चर्च को यह बताना चाहिए कि मुझे क्यों निकाला गया।"

बता दें कि जालंधर के बिशप द्वारा केरल की एक नन से रेप का मामला सामने आने के बाद कोच्चि में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। यहां ननों द्वारा आरोपी बिशप के खिलाफ कई हफ्तों से प्रदर्शन जारी हैं। नन से इस रेप के मामले में आरोपी बिशप को फिलहाल लम्बी पूछताछ के बाद पुलिस हिरासत में लिया गया है। वेटिकन ने भी इस मामले में एक्शन लेते हुए बिशप को उनके पद से हटा दिया है।

गौरतलब है कि फ्रैंको मुलक्कल जालंधर के बिशप थे, जिन पर केरल की एक नन ने साल 2014 से 2016 के बीच कई बार रेप करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने इस साल जुलाई में जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ केरल के कोट्टायम में रेप और शारीरिक उत्पीड़न की शिकायत दर्ज की थी। शिकायत के अनुसार, जालंधर के बिशप काम के सिलसिले में अक्सर केरल आते रहते थे। इस दौरान उन्होंने कई बार नन के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया। मामला सामने आने के बाद आरोपी बिशप की गिरफ्तारी की मांग को लेकर केरल में कई जगह प्रदर्शन हुए।

Created On :   24 Sep 2018 6:52 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story