पाकिस्तानी सामान से तौबा कर रहे लोग, बढ़ सकते हैं दाम

Maharashtra people are not buying pakistani goods, prices can rise
पाकिस्तानी सामान से तौबा कर रहे लोग, बढ़ सकते हैं दाम
पाकिस्तानी सामान से तौबा कर रहे लोग, बढ़ सकते हैं दाम

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद पूरे देश में पाकिस्तान का विरोध जारी है।  भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान से आनेवाली सामग्री पर 200 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी लगाने के बाद से वहां से आयातित वस्तुओं के दाम बढ़ गए हैं । लोगों ने पाकिस्तानी सामानों से तौबा करनी शुरू कर दी है। पाकिस्तान से नागपुर मार्केट में कॉस्मेटिक्स और इत्र का आयात होता है। पाकिस्तानी इत्र की शहर में अच्छी मांग है, लेकिन पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद से यहां के लोगों ने पाकिस्तानी इत्र से तौबा कर ली है। एक व्यापारी किरीट चंदराना ने बताया कि उनकी दुकान से पहले पाकिस्तानी इत्र की अच्छी-खासी बिक्री हो जाती थी, लेकिन अब लोग कतराने लगे हैं। उन्होंने बताया कि ड्यूटी बढ़ाने से इत्र के दाम पर फिलहाल कोई विशेष असर इसलिए नहीं पड़ा, क्योंकि लोगों के पास पुराना स्टॉक है। आगे आने वाली सामग्री पर इसका असर दिखाई देगा।

छुहारे (खारक) के दाम फिलहाल नियंत्रण में
पाकिस्तान भारत को बड़े प्रमाण में खारक की बिक्री करता है। सरकार के निर्णय के बाद से नागपुर में खारक के दाम थोक बाजार में 140-150 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। पहले खारक थाेक में 90 से 100 रुपए प्रति किलो बिक रही थी। इतवारी किराना मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष और ड्रायफ्रूट व्यापारी भवरलाल जैन ने बताया कि पाकिस्तान से यहां सीधे तौर पर माल नहीं आता है। इंदौर और मुंबई मार्केट से यहां के व्यापारी माल मंगवाते हैं। नागपुर के मार्केट में पाकिस्तानी खारक की मांग भी कुछ विशेष नहीं है। यहां के व्यापारियों के पास पुराना स्टॉक रखा हुआ है इसीलिए दाम थोड़े नियंत्रण में है। स्टॉक खत्म होने के बाद दाम और बढ़ने की संभावना हैै।

ईरान और इराक से भी आता है माल
जैन ने बताया कि पाकिस्तान के अलावा इराक और ईरान भी भारत काे खारक का निर्यात करते हैं। पाकिस्तान से आनेवाली खारक की क्वालिटी खराब होने के कारण इसके दाम बहुत कम रहते हैं। ईरान और इराक की खारक यहां 270 से 300 रुपए तक बिकती है। पाकिस्तान आयातित खारक पर 200 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी लगने के बाद अब ईरान और इराक से आनेवाली खारक की मांग बढ़ेगी।  
 

Created On :   21 Feb 2019 4:49 AM GMT

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