नागपुर स्टेशन पर धुंधली पड़ने लगीं ऐतिहासिक इमारतों की तस्वीरें, और कैमरों की भी जरूरत

Pictures of historic buildings blurred at the Nagpur station
नागपुर स्टेशन पर धुंधली पड़ने लगीं ऐतिहासिक इमारतों की तस्वीरें, और कैमरों की भी जरूरत
नागपुर स्टेशन पर धुंधली पड़ने लगीं ऐतिहासिक इमारतों की तस्वीरें, और कैमरों की भी जरूरत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेलवे स्टेशन के पूर्वी द्वार पर कुछ समय पहले शहर  की ऐतिहासिक इमारतों की तस्वीरें लगाकर सौंदर्यीकरण किया था। जिसके चलते एक ओर स्टेशन की सुंदरता बढ़ रही थी, वहीं दूसरी ओर इससे नागपुर का इतिहास समझने के लिए यात्रियों को मदद भी मिलती थी। लेकिन रखरखाव का अभाव कहे या लापरवाही इन दिनों यह तस्वीरें धुंधली पड़ गई हैं, जिससे नागपुर की ऐतिहासिक इमारतों का इतिहास धूल खाता दिख रहा है। नागपुर रेलवे स्टेशन पर रोजाना 100 से अधिक ट्रेनें आवागमन करती हैं। जिसके लिए रोजाना यहां हजारों की संख्या में यात्री भी आते रहते हैं। संतरा मार्केट की ओर बना यात्री द्वार का हाल ही में नवीनीकरण भी किया गया है। ऐसे में यहां स्टेशन की इमारत पर एक लाइन से नागपुर में स्थापित ऐतिहासिक इमारतों की तस्वीरंे लगाकर उनका नाम व स्टेशन से दूरी बताई गई है। इन तस्वीरों में जीरो माइल, बर्डी का किला, कस्तूरचंद पार्क, रिजर्व बैक, राजभवन, दीक्षाभूमि, जिलाधिकारी कार्यालय आदि की तस्वीरें दीवार पर सजाई गई हैं। पर्यटकों के लिए यह खास है, जो नागपुर में घूमने के उद्देश्य से आते हैं। लगभग सभी तस्वीर धुंधली पड़ गई है। खासकर इन पर लिखे दूरी  मिट गई है। इमारत भी कई जगह से धुंधली पड़ते दिख रही हैं। इसके बावजूद रेल प्रशासन इसको लेकर कोई खास कदम नहीं उठा रही है। 

अपराधियों को करीब से देखने के लिए स्टेशन पर और भी कैमरों की जरूरत

रेलवे स्टेशन पर हाल ही में 210 हाईटेक कैमरे लगाए गए हैं, जिससे आपराधिक गतिविधियों की पोल खोलने के लिए सुरक्षा विभाग को काफी मदद मिली है। लेकिन अभी-भी कुछ जगह ऐसी हैं, जहां कैमरे पूरी क्षमता से अपना काम नहीं कर पाते हैं। ऐसे में यहां होने वाली अापराधिक गतिविधियां पकड़ में नहीं आती हैं। हालांकि इस संबंध में सुरक्षा विभाग ने काफी समय पहले कैमरों की मांग की है। लेकिन अभी तक इसे पूरा नहीं किया गया है। अधिकृत सूत्रों के अनुसार 30 नए कैमरे मिलने के लिए अभी लंबा समय लग सकता है। नागपुर रेलवे स्टेशन पर पुराने 45 कैमरे लगाए थे, जो वर्षों से स्टेशन पर नजर रख रहे थे। लेकिन काफी पुराने होने के कारण यह कैमरे अापराधिक गतिविधियों को नहीं पकड़ पा रहे थे। जिससे स्टेशन पर चोरी का प्रमाण बहुत ज्यादा बढ़ गया था। लगातार इन बातों पर जोर देने पर 5 वर्ष पहले देश के बड़े स्टेशनों पर अत्याधुनिक प्रणाली के कैमरे लगाने का निर्णय लिया था। इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम के तहत इन्हें लगाना था। अगस्त 2018 के मध्य 210 कैमरे लगाए गए, जो काफी हाईटेक हैं। वहीं इनकी मॉनटरिंग के लिए आरपीएफ थाने में स्वतंत्र कंट्रोल रूम भी बनाया गया, जहां 24 घंटे सिपाही स्टेशन पर होने वाली गतिविधियों पर ध्यान देते हैं। लेकिन अभी-भी स्टेशन पर कुछ ऐसी जगह हैं, जहां कैमरों की रेंज नहीं पहुंच पाती है। जिसके लिए नए कैमरों की मांग की गई थी। 

मध्य रेलवे नागपुर की सूची में जुड़ा एक और स्टेशन

उधर मध्य रेलवे नागपुर मंडल की स्टेशनों की सूची में शनिवार को एक और स्टेशन का इजाफा हुआ है। नागपुर-अादिलाबाद सेक्शन में पिंपलकुटी के समीप मुकुटबन नामक स्टेशन का निर्माण किया जाने वाला है, जिसका भूमिपूजन केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने किया। आने वाले समय में इस स्टेशन पर यात्री गाड़ियों को भी स्टॉपेज देने का लक्ष्य है। इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक सोमेश कुमार भी मौजूद थे।  वर्तमान में नागपुर मंडल अंतर्गत कुल 93 स्टेशन हैं, जिसमें नागपुर, चंद्रपुर, बल्लारशाह, वर्धा, सेवाग्राम आदि स्टेशनों का सामावेश हैं। चैन्नई लाइन से एक लाइन वणी-पिंपलकुटी की ओर जाती है। इसी लाइन पर उपरोक्त स्टेशन का निर्माण किया जाने वाला है। ऐसे में नागपुर से अादिलाबाद की ओर जाने वाली गाड़ियों को इस स्टेशन पर स्टॉपेज की अपेक्षा की जा सकती है। इस मार्ग पर फिलहाल प्रतिदिन एक मेल एक्सप्रेस गाड़ी एवं चार साप्ताहिक गाडियां चल रही हैं। यह स्टेशन बनने से यहां के लोगों को सुविधा मिलेगी एवं रेल की आय में भी बढ़ोतरी होगी। अधिकारियों के अनुसार भविष्य मे इस स्टेशन पर यात्रियों की संख्या एवं अर्जन को देखते हुए मुकुटबन स्टेशन पर और भी यात्री सुविधाएं रेल प्रशासन द्वारा प्रदान की जाएंगी। मुकुटबन स्टेशन कायर स्टेशन से लगभग 13 किमी दूर है एवं लिंगटी स्टेशन से लगभग 11 किमी की दूरी पर है।  मुकुटबन स्टेशन से करीब 20 से 30 अन्य गांव भी जुड़े हैं। यह हाल्ट स्टेशन बन जाने से इस क्षेत्र की लंबित मांग आज पूरी हुई है। जिससे रेलयात्री मुकुटबन से सेवाग्राम, वर्धा, नागपुर, चंद्रपुर, आदिलाबाद, नांदेड़ तथा मुंबई जैसे शहरों से सीधे तौर पर जुड़ सकेंगे। साथ ही व्यापारी वर्ग को भी इसका लाभ मिलेगा। मुकुटबन हाल्ट स्टेशन का निर्माण पूर्ण हो जाने पर यहां नंदीग्राम एक्सप्रेस को स्टॉपेज देने का प्रयास करने का आश्वासन भी दिया गया है। सुविधा को ध्यान मे रखते हुए यवतमाल से वणी के बीच नई रेल लाइन बिछाने का जल्द से जल्द प्रयास किया जाएगा।
 

Created On :   3 March 2019 12:08 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story