नोएडा : पीट-पीटकर ली डॉगी की जान, 4 पर केस दर्ज

नोएडा : पीट-पीटकर ली डॉगी की जान, 4 पर केस दर्ज

डिजिटल डेस्क, नोएडा। मनुष्य के अंदर मानवता खत्म सी हो गई है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के नोएडा का है। दरअसल नोएडा के सेक्टर-74 स्थित सुपरटेक केपटाउन सोसायटी में कुछ लोगों ने एक डॉगी को पीट- पीटकर कर मार डाला। पुलिस ने डॉगी की हत्या करने के आरोप में सोसायटी के चार लोगों और सिक्यॉरिटी एजेंसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। डॉग वेलफेयर के लिए काम करने वाले NGO पीपुल्स फॉर एनिमल (PFA) ने केस दर्ज करवाया है। PFA के मुताबिक आरोपियों ने नसबंदी की हुई डॉगी की जान ली है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉकी को कई फ्रैक्चर आने की बात सामने आई है। इससे पहले सोसायटी में तीन बच्चों पर आवारा कुत्तों के हमले की बात सामने आई थी।

क्या था पूरा मामला


जानकारी के मुताबिक इस घटना से पहले ही केपटाउन सोसायटी में किसी आवारा कुत्ते ने एक बच्चे को काट लिया था। इसके बाद बुधवार की रात रहवासियों ने सिक्योरिटी गार्डों के साथ मिलकर एक डॉगी को लाठी-डंडों से इतना पीटा की उसकी हालत गंभीर हो गई। दूसरे दिन जब सोसायटी में रहने वाले डॉग फीडर्स ने देखा तो डॉगी गंभीर रूप से जख्मी जमीन पर पड़ा हुआ था। उसके शरीर के कुछ अंगो से ब्लीडिंग भी हो रही थी। इसके बाद इलाज के लिए डॉगी को सेक्टर-55 में स्थित डिस्पेंसरी में ले जाया गया, लेकिन शुक्रवार रात उसकी मौत हो गई।


दिल्ली में संजय गांधी एनिमल केयर सेंटर में डॉगी का पोस्टमॉर्टम कराया गया। और पीएम रिपोर्ट सामने आने के बाद संस्था ने शनिवार को सेक्टर-49 पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाया। इस मामले में आदित्य खन्ना, श्याम शंकर, अनिरुद्ध तिवारी और निशांत दुबे के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। वहीं क्यूजेएस सिक्यॉरिटी एजेंसी को भी आरोपी बनाया गया है।

वॉट्सऐप ग्रुप पर चर्चा के बाद हमला


रिपोर्ट दर्ज करवाने वाली प्रगति खन्ना ने बताया कि एक बच्चे को किसी कुत्ते ने काट लिया था, जिसके बाद से रहवासी आक्रोशित थे। इसी को लेकर सोसायटी के सभी लोग एक वॉट्सऐप ग्रुप पर बच्चे को काटने वाले कुत्ते को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं दे रहे थे। यहां तक कि कुत्ते को मारकर सोसायटी से बाहर निकालने की प्लानिंग भी थी। किसी ने ग्रुप पर इस डॉगी की फोटो डालकर बताया था कि उसी ने बच्चे को काटा है। जबकि बताया जा रहा है कि डॉगी की लगभग दो से तीन दिन पहले ही नसबंदी करवाई गई थी जिसके कारण वो भाग नहीं सकती थी।

आरोपी कर रहे आरोप से इनकार


आरोपी ठहराए गए श्याम शंकर ने कहा कि वो दिल्ली में थे, बुधवार से सोसायटी गए ही नहीं। उन्हें बेवजह आरोपी बनाया गया है। पुलिस को मुकदमा दर्ज करने से पहले सीसीटीवी फुटेज की जांच करना चाहिए था। डॉगी को पीटने की घटना सोसायटी में नहीं हुई है। वहीं दूसरे आरोपी आदित्य खन्ना का कहना है कि उन्हें पता ही नहीं था कि उनके खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। उन्होंने बताया कि वो खुद कुत्तों को काफी पसंद करते हैं और उनके घर पर भी एक डॉग है।

चुनाव की वजह से मुद्दा खड़ा किया  


सोसायटी में रहने वाले अनुज सारस्वत ने बताया कि जल्द ही अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन (AOA) के चुनाव होने वाले हैं। इसी वजह से ये पूरा मामला खड़ा किया गया है। सोसायटी में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।

स्ट्रे डॉग्स के लिए एनिमल बर्थ कंट्रोल यूनिट   


आवारा डॉग्स की नसबंदी के लिए एनिमल बर्थ कंट्रोल (ABC) यूनिट को अथॉरिटी की तरफ से अधिकृत किया गया है। इसके लिए अथॉरिटी बजट भी देती है। ये यूनिट आवारा डॉग्स को पकड़कर नसबंदी करती है फिर डॉग्स को उसी इलाके में छोड़ दिया जाता है। 

मामले की जांच जारी 


हालांकि पुलिस ने सोसायटी में रहने वाले कुछ लोगों और सुरक्षा एजेंसी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। फिलहाल दर्ज की गई रिपोर्ट के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। वहीं सोसायटी में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।

Created On :   2 April 2018 6:43 AM GMT

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