चेन्नई: जब कांग्रेस प्रेसिडेंट ने स्टूडेंट से कहा "Sir नहीं राहुल कहें "

चेन्नई: जब कांग्रेस प्रेसिडेंट ने स्टूडेंट से कहा "Sir नहीं राहुल कहें "

डिजिटल डेस्क, चेन्नई। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई पहुंचे। यहां उन्होंने स्टैला मेरिस कॉलेज में छात्रों से बातचीत की। संवाद के दौरान कई छात्राओं ने उनसे सवाल किए जिसका राहुल गांधी ने जवाब दिया। सवाल-जवाब के इस दौर में राहुल गांधी ने कहा, देश में महिलाओं को लेकर नजरिये को बदलने की जरूरत है। मैं उन लोगों में से हूं, जो यह सोचता है कि महिलाओं को राजनीति में बेहतर जगह मिलनी चाहिए।

छात्राओं से बातचीत के दौरान ही एक छात्रा ने राहुल गांधी से सवाल पूछा। वह पूरा सवाल पूछ पाती इससे पहले ही राहुल ने उन्हें बीच में टोकते हुए कहा, क्या आप मुझे सर के बजाए राहुल कह सकती हैं? फिर से राहुल गांधी ने कहा, आप मुझे सर के बजाय राहुल कहें। मुझे राहुल बुलाए जाने पर ज्यादा सहज महसूस होता है। राहुल गांधी का जवाब सुनते ही वहां मौजूद भारी संख्या में छात्र खिलखिला पड़े। वहीं सवाल पूछने वाली छात्रा भी थोड़ी सी शर्माती हुई नजर आई।


एक छात्रा द्वारा जीएसटी पर पूछे गये सवाल के जवाब में राहुल ने कहा, मोदी सरकार का यह फैसला व्यापारियों के लिए नुकसानदायक साबित हुआ। हमारी सोच यह है कि जीएसटी की प्रक्रिया आसान होनी चाहिए। कांग्रेस अध्‍यक्ष ने कहा कहा नोटबंदी ने देश के व्यापार को बर्बाद कर दिया। देश में 17 भ्रष्ट व्यापारियों को पैसा दिया जाता है। हम चाहते हैं यह पैसा छोटे व्यापारियों को दिया जाए, वे देश में रोजगार पैदा करेंगे। एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा, हमारा मानना है कि भारत शिक्षा के क्षेत्र पर बहुत कम खर्च कर रहा है। इस राशि को बढ़ाया जाना चाहिए। 

रॉबर्ट वाड्रा पर पूछे गए सवाल के जवाब में राहुल ने कहा "मिस्टर वाड्रा की जांच होनी चाहिए, मैं पहला इंसान हुं जो यह कह रहा हूं। प्रधानमंत्री मोदी पर भी जांच होनी चाहिए। पीएम मोदी कभी रफाल पर नहीं बोलते। प्रधानमंत्री ने निजी तौर पर राफेल सौदे में अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाया। उन्होंने एचएएल को हटाकर अनिल अंबानी को यह कॉन्ट्रैक्ट दिलाया। जेंटलमैन ने कहा था कि वह चौकीदार हैं तो इसकी शुरुआत खुद से करें। अपने खिलाफ भी जांच की अनुमति दें। 


पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा, आपमें से कितनों ने कितनी बार पीएम मोदी को 3000 महिलाओं के बीच इस तरह खड़े होते देखा। प्रधानमंत्री मोदी में यह साहस नहीं है कि वह महिलाओं के सवालों का इस तरह से सामना कर सकें। उन्होंने कहा, वह छात्रों के साथ संवाद में यकीन रखते हैं क्योंकि इससे उन्हें सीखने का मौका मिलता है।

Created On :   13 March 2019 10:19 AM GMT

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