कांस्य पदक से खुश नहीं साक्षी मलिक जीतना चाहती हैं स्वर्ण पदक

Sakshi Malik look to put up better show in Indonesia
कांस्य पदक से खुश नहीं साक्षी मलिक जीतना चाहती हैं स्वर्ण पदक
कांस्य पदक से खुश नहीं साक्षी मलिक जीतना चाहती हैं स्वर्ण पदक
हाईलाइट
  • 2016 में रियो ओलंपिक में भी मलिक ने कांस्य पदक जीता था।
  • 2016 में रियो ओलंपिक में भी मलिक ने जीता था कांस्य पदक।
  • अपने पिछले प्रदर्शन से नाखुशी जताई।
  • एशियाई खेलों में बड़ी सफलता के लिए जमकर तैयारियां में जुटी साक्षी।
  • भारतीय रेसलर साक्षी मलिक जीतना चाहती है गोल्ड मेडल।
  • भारतीय रेसलर साक्षी मलिक जीतना चाहती है गोल्ड।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय रेसलर साक्षी मलिक इस साल की शुरुआत में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने से बिल्कुल खुश नहीं हैं। उन्होंने इस प्रदर्शन के लिए निराशा जताई और कहा की वह अब एशियाई खेलों में बड़ी सफलता के लिए जमकर तैयारियां कर रहीं हैं। 2016 में रियो ओलंपिक में भी मलिक ने कांस्य पदक जीता था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया गोल्ड कोस्ट में देश को उनसे स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीद थी। लेकिन इस स्पर्धा में भी उन्हें कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा था। 

 

रविवार को नई दिल्ली में टाटा मोटर्स ने भारतीय रेसलिंग टीम के लिए विदाई समारोह आयोजित किया था। मलिक ने इस समारोह में कहा कि, "मैं कांस्य पदक से बहुत खुश नहीं थी क्योंकि मैंने 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता था और इस बार मुझे स्वर्ण पदक की आशा थी। गोल्ड कोस्ट इवेंट से दो महीने पहले, मैंने स्वर्ण पदक विजेता (एडेनेई) को 10-2 के मार्जिन से हराया था। लेकिन वे अप्रैल में हुए ऑस्ट्रेलिया गोल्ड कोस्ट इवेंट में एडेनेई से हार गई थी। 

 

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि यह अच्छे दिन, या शायद भगवान की इच्छा पर ही आपका प्रदर्शन निर्भर करता है। मेरी तरफ से प्रयासों में कोई कमी नहीं थी। लेकिन आपकी जीत में भाग्य भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अब मैंने आने वाले खेलों के लिए ट्रेनिंग शुरू कर दी है। मैं अपने पिछले प्रदर्शनों को पीछे छोड़ कर अब एशियाई खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने और स्वर्ण पदक जीतने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही हूं। इंडोनेशिया के इवेंट को लेकर 62 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने जा रही। मलिक ने कहा कि, राष्ट्रमंडल खेलों में चुनौती का एक अलग स्तर था। लेकिन एशियाई खेल एक अलग ही लेवल के होते हैं। यह अन्य खेलों से ज्यादा कठिन और चुनौती पूर्ण होगा।

 

26 वर्षीय साक्षी मलिक ने सत्यव्रत कादियान से शादी की जो खुद एक रेस्लर हैं। साक्षी ने 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता था और उन्हें प्रेरित करने के लिए अपने पति को श्रेय दिया था। मलिक ने कहा कि उनके पति जनता से ज्यादा उनकी असफलताओं के पीछे के कारणों को समझते हैं क्योंकि वे खुद भी एक रेसलर हैं। वह बहुत सपोर्टिव हैं और सबकुछ समझते हैं। लोग मुझे हार के बाद ताने मारते हैं और अभ्यास नहीं करने का आरोप लगाते हैं। लेकिन यह केवल एक एथलीट ही समझ सकता है कि एक साथी एथलीट क्या क्या करता है। वह मुझे प्रेरित करते हैं और वह मेरी कमियों को सुधारने में मेरी मदद भी करते हैं। एशियन गेम्स इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबैंग शहरों में 18 अगस्त और 2 सितंबर के बीच होंगे। खेलों में रेसलिंग 19 से 22 अगस्त के बीच निर्धारित है। भारतीय रेसलिंग फेडरैशन (डब्लूएफआई) ने 18 सदस्यीय दल की घोषणा की थी। इसमें मलिक के साथ सुशील कुमार, विनेश फोगाट, बजरंग पुणिया जैसे पदक विजेता एथलीट भी शामिल हैं। 

 

 

 

 

 

 

 

Created On :   14 Aug 2018 8:12 AM GMT

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