गन्ना किसानों ने कलेक्ट्रेट की दीवार पर खून से लिखी अपनी मांगें

Sugarcane farmer wrote their demands with blood on the collectorate walls
गन्ना किसानों ने कलेक्ट्रेट की दीवार पर खून से लिखी अपनी मांगें
गन्ना किसानों ने कलेक्ट्रेट की दीवार पर खून से लिखी अपनी मांगें

डिजिटल डेस्क, नरसिंहपुर। किसान संघर्ष समिति के बैनर तले सोमवार को नरसिंहपुर जिला मुख्यालय के कलेक्ट्रेट परिसर में गन्ना उत्पादक किसानों ने प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर की दीवारों पर खून से अपनी मांगों लिखी। गन्ना किसानों की मांग है कि गन्ने के दाम साढ़े 300 रुपए प्रति क्विंटल किए जाएं, इनका भुगतान 14 दिन के अंदर किया जाए तथा 12 घंटे के अंदर शुगर मिल प्रबंधन किसानों की गन्ने ट्रालियों को खाली कर तौल कराएं।

उल्लेखनीय है कि जिले का गन्ना किसान वर्षों से गन्ने की रिकवरी के आधार पर गन्ने के दाम तय करने तथा भुगतान तय समय-सीमा के अंदर करने की मांग करता आ रहा है। इसके विपरीत जिले में स्थापित शुगर मिल मालिकों ने गन्ने का दाम इस वर्ष 262 रुपए तय किए हैं, जिसे किसान नाकाफी मान रहा है। वहीं दूसरी ओर शुगर मिलों द्वारा खरीदे गए गन्ने के भुगतान को लेकर कोई निश्चित समय-सीमा तय नहीं की गई। इन बातों को लेकर जिले का गन्ना किसान आंदोलित हैं।

इधर उड़द उपज को लेकर किसान परेशान  
जिले में समर्थन मूल्य खरीदे जा रही उड़द उपज को लेकर किसान बेहद परेशान ओर पीड़ित हो रहे हैं। किसानो को खरीदी तारीख के एसएमएस नही भेजे जा रहे हैं और उनका गुणवत्ता वाला अनाज भी रिजेक्ट किया जा रहा है। साथ ही अनेक किसानों को अपनी उपज लेकर घर वापिस ले जाना पड़ रहा है।

कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा
उक्त समस्या को लेकर सोमवार को राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ की जिला युवा  इकाई के अध्यक्ष ऋषिराज पटैल के नेत्त्व में अनेक किसानों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा समस्याओं से अवगत कराया। ज्ञापन में बताया गया है कि जिले में उड़द खरीदी जा रही है, परन्तु इन केन्द्रों पर साफ सुथरे छने उड़द को वेयर हाउसों में दोबारा छानने के बाद भी कई बार सर्वेयर तो कई बार दूसरे अधिकारी अनाज को रिजेक्ट कर देते हैं। 

ज्ञापन देते हुए किसानों ने बताया कि जरूरत से ज्यादा बारीकी से गुणवत्ता को देखकर अनाज खरीदा जा रहा है और अनावश्यक खामी निकालकर किसानेां को अनाज घर वापिस जाने मजबूर किया जा रहा है। किसानों ने बताया कि खरीदी का समय कम बचा है, ऐसे समय में जो भी किसान माल लेकर आ रहे हैं, उनका छानकर लिया जाये किन्तु किसान को वापिस  न लौटाया जाये। अनेक किसानों ने यह भी आरोप लगाया है कि नियम विरूद्व तरीके से व्यापारियों के माल को बिना किसी जांच के खरीदा जा रहा है जिसकी जांच होना चाहिए। ज्ञापन लेते समय कलेक्टर दीपक सक्सेना इस संबंध में सार्थक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।

 

Created On :   7 Jan 2019 1:55 PM GMT

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