भास्कर लाइव : दिल्ली की स्वच्छता सर्वेक्षण टीम ने जो देखा, उससे लग ही रहा है क्या मिलेगी नागपुर को रैंकिंग

Survey Team saw this, get idea of ​​what the city will get in ranking
भास्कर लाइव : दिल्ली की स्वच्छता सर्वेक्षण टीम ने जो देखा, उससे लग ही रहा है क्या मिलेगी नागपुर को रैंकिंग
भास्कर लाइव : दिल्ली की स्वच्छता सर्वेक्षण टीम ने जो देखा, उससे लग ही रहा है क्या मिलेगी नागपुर को रैंकिंग

डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्वच्छता सूची में टॉप के शहरों में नागपुर को शामिल कराने की प्रतिबद्धता के साथ मनपा ने पूरी ताकत झोंक दी, बावजूद इसके खुद वह ही डरी रही। डर यह कि चुनावी वर्ष में वह स्वच्छता सूची में पिछड़ न जाए। इसी बीच पिछले सप्ताह केंद्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम दबे पांव शहर में पहुंची और शहर भर में कई स्थानों का मुआयना कर दिल्ली लौट गई। मनपा से कोई सलाह-मशविरा तक नहीं किया। खुद ही स्पॉट तय किए और निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार कर ली। मनपा के डर को पूरी तरह समझने के लिए दैनिक भास्कर ने उन स्थानों का मुआयना किया, जहां का निरीक्षण कर दिल्ली का दल वापस चला गया। अव्यवस्था कि हैरान करने वाली तस्वीरें सामने आईं। वाकई, इसी स्थिति को स्वच्छता सर्वेक्षण टीम देखकर गई है, तो यह मनपा सत्तापक्ष और प्रशासन के लिए खतरे की घंटी है। साथ ही, शहर के नागरिकों की जागरूकता पर प्रश्नचिह्न। टीम ने मनपा से कोई सलाह-मशविरा तक नहीं किया, महानगरपालिका व प्रशासन ही नहीं, हमारी जागरूकता पर भी प्रश्नचिह्न लगा। मनपा सूत्रों ने दावा किया कि अपने गोपनीय दौरे में केंद्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण टीम ने कलमना मार्केट, सोनेगांव तालाब, लेंडी तालाब, नाईक तालाब, गांधीसागर तालाब सहित अनेक तालाबों का दौरा किया था। इस दौरान अनेक सुलभ शौचालयों की स्थिति का भी निरीक्षण किया था

1- कलमना मार्केट : सांस लेने में बदबू, पास में कचरा

एशिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी यानी कलमना मार्केट से रोजाना भारी पैमाने पर कचरा निकलता है। सुबह का समय था, परिसर में पहुंचते ही बदबू का सामना हुआ। आगे बढ़े तो आवारा श्वान, मवेशी और सुअर घूमते नजर आए। दावा किया गया कि यहां नियमित तौर पर कचरा उठता है, लेकिन  परिसर में रोज आने-जाने वालों ने कहा-हमेशा गंदगी का आलम रहता है। इस मंडी के बगल में ही खुला परिसर है। ‘शौच मुक्त शहर’ को लोग यहां ठेंगा दिखाते नजर आए।  

2- नाईक तालाब : अंदर से ही नहीं, बाहर से भी गंदा

नाईक तालाब को कुछ दिन पहले ही मनपा ने साफ किया था। सफाई को लेकर ताकीद भी की थी, लेकिन लोग मानते नहीं। हमने देखा कि कहीं पूजा निर्माल्य तो कहीं कचरा डाल रहे हैं लोग। न तो किसी का डर और न ही किसी की उपस्थिति से कोई हिचक। तालाब का एक किनारा पॉलिथीन पैकेट अौर कचरे से भरा पड़ा है। आस-पास के क्षेत्र की सभी नालियों की गंदगी तालाब में मिलती है। तालाब के बाहरी किनारे पर लोगों ने कबाड़ रखना शुरू कर दिया है।  

3- लेंडी तालाब : न लोग समझ रहे और न ही मनपा 

लेंडी तालाब परिसर की स्थिति भी बहुत खराब नजर आई। मनपा द्वारा की जाने वाली साफ-सफाई के बारे में रहवासियों से चर्चा में पता चला कि यहां पूरे साल भर गंदगी रहती है। साल भर में केवल एक दिन सफाई करने के बाद भी कचरा किनारे पर छोड़ जाते हैं, जिससे वह फिर से तालाब में ही मिल जाता है। इसके अलावा लोगों के घरों का सीवर पानी तालाब में सीधे मिल रहा है। आसपास के रहवासी परेशान हैं, मगर वे सारा ठीकरा मनपा के ऊपर फोड़ते रहे। 

4- गांधीसागर तालाब : मनपा सफाई तो करती है, पर कार्रवाई नहीं 

गांधीसागर तालाब में मनपा द्वारा साफ-सफाई की जाती है। एक व्यक्ति नाव से तालाब में डाले गए पॉलिथीन और कचरा साफ करता है। फिर भी कचरा पूरी तरह साफ नहीं हो पा रहा है। हमने देखा कि लोग बिना किसी रोक-टोक के तालाब में मूर्तियां, हार-फूल, कपड़े अादि विसर्जित कर रहे हैं। समझाने की कोशिश की तो अनमने मन से कई लोग चलते बने। कुछ ने सॉरी कहकर काम चला लिया। आस-पास के लोगों ने बताया कि  कार्रवाई नहीं की जा रही है, इसलिए कचरा जमा होता रहता है।
इनकी बात में थोड़ी राहत 

फल व्यापारी नजीबुद्दीन करीम के मुताबिक पिछले एक वर्ष से साफ-सफाई की व्यवस्था में सुधार हुआ है। कचरा गाड़ी न होने के कारण बहुत गंदगी थी, लेकिन जब से कचरा गाड़ी का आना शुरू हुआ है तब से थोड़ा सुधार है।     

मनीष परसराव के मुताबिक गंदे पानी और कचरे से यहां मच्छर और बीमारियां पनपती हैं। आए दिन अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ते हैं।   

शहरवासियों में बदलाव जरूरी

महापौर नंदा जिचकार का कहना है कि यह एक प्रक्रिया है और अचानक नहीं होगा। इसके लिए नागपुरवासियों में व्यावहारिक बदलाव लाने की जरूरत है। लाेगों को भी जागरूक होना पड़ेगा कि वह कचरा न फेंकें और न ही गंदगी फैलाएं। मेंटेनेंस चल रहा है। कचार उठाने वाली पुरानी कंपनी का टेंडर खत्म होने वाला है। नई कंपनी के हिसाब से नए नियम तैयार किए गए हैं।

सभी एजेंसियों को दिए गए हैं निर्देश

स्वास्थ्य अधिकारी सुनील कांबले ने कहा कि साफ-सफाई लगातार जारी है अौर जो भी रणनीति तैयार की थी, उसी के अनुसार कार्य चल रहा है। नागपुर स्वच्छता की ओर अग्रसर है। सभी एजेंसियों को निर्देश दिए गए हैं कि शहर में कहीं भी गंदगी दिखाई नहीं देना चािहए।

Created On :   9 Feb 2019 11:02 AM GMT

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