5 करोड़ का आसामी निकला सहकारी बैंक का पर्यवेक्षक

The unaccounted property of Supervisor was exposed in EOW raid
5 करोड़ का आसामी निकला सहकारी बैंक का पर्यवेक्षक
5 करोड़ का आसामी निकला सहकारी बैंक का पर्यवेक्षक

डिजिटल डेस्क, सिंगरौली(वैढऩ)। जिले के केन्द्रीय जिला सहकारी बैंक माड़ा में पदस्थ पर्यवेक्षक गंगा प्रसाद शाह के एक साथ तीन ठिकानों में ईओडब्ल्यू की छापे से बेहिसाब संपत्ति का खुलासा हुआ है। आर्थिक अपराध अंवेषण ब्यूरो की 50 सदस्यीय टीम ने पर्यवेक्षक के वैढऩ और जरहा स्थित पैतृक आवास में दबिश देकर करोड़ों के तीन आलीशान मकान समेत लग्जरी वाहन और 12 लाख की ज्वैलरी को जब्त किया है। ईओडब्ल्यू रीवा के एसपी राजेश दंडोतिया के निर्देश पर सघन तालाशी में टीम ने 18 बैंकों की पासबुक भी कब्जे में लिया है। देर रात तक जारी कार्रवाई के बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने अब तक 5 करोड़ की बेनामी संपत्ति को उजागर किया है। ईओडब्ल्यू की जांच में पर्यवेक्षक की प्रॉपर्टी के अहम दस्तावेज भी टीम के हाथ लगे है।

सिर्फ 14 हजार सेलरी और करोड़ों का मालिक
ईओडब्ल्यू की जांच से यह बात सामने आई है कि पर्यवेक्षक सहकारी बैंक से सिर्फ 14 हजार की सेलरी मिलती है। आरोप है कि सरकारी योजनाओं में पर्यवेक्षक ने व्यापक पैमाने में धाधंली कर अकूत संपति अर्जित की है। इस सिलसिले में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ईकाई रीवा ने आरोपी पर्यवेक्षक के खिलाफ भादंवि की धारा 109, 420, 120बी और भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 13(1)ख एवं 13(2) एवं धारा 7 ईसी एक्ट का प्रकरण दर्ज किया है। इस मामले में खास बात यह है कि ईओडब्ल्यू ने पर्यवेक्षक के आर्थिक अपराध पर वर्ष 2012 में स्वप्रेरणा से संज्ञान लेने के बाद पिछले साल प्राथमिकी दर्ज की थी।

अब बैंक खातों से लेनदेन का पता लगायेगी टीम
पर्यवेक्षक के आलीशन मकान समेत प्रॉपटी के रिकार्ड खंगालने के बाद ईओडब्ल्यू की टीम गुरूवार को आरोपी के 18 बैंक एकाउंट से लेनदेन का ब्यौरा एकत्रित करेगी। जांच के दौरान टीम यह पता लगायेगी कि पर्यवेक्षक ने इतने बैंक खातों से कितने का लेनदेन किया है। इतना ही नहीं टीम इसका भी ब्यौरा एकत्रित करेगी कि पर्यवेक्षक को किन श्रोतों से कितनी आय प्राप्त हुई। ईओडब्ल्यू की टीम फिलहाल हर पहलू की बारीकी जांच में जुटी हुई है।

अब तक क्या-क्या मिला?

  • एक स्कार्पियो, एक जेसीबी, स्विफ्ट कार, दो ट्रक, एक टू व्हीलर, जिनकी अनुमानित कीमत 2 करोड़ आंकी गई है।
  • वैढऩ की पॉस कालोनी में एक तीन मंजिला मकान और एक निर्माणाधीन तीन मंजिला मकान समेत जरहा पैतिृक निवास में घर। अनुमानित कीमत पौने 3 करोड़।
  • 12 लाख की सोने चांदी की ज्वैलरी, किसान विकास पत्र, बीमा पॉलसी और 18 बैंक खातों की पासबुक। अनुमानित कीमत 25 लाख।


इनका कहना है
ईओडब्ल्यू की टीम ने पर्यवेक्षक के तीन स्थानों पर एक साथ दबिश देकर करीब पांच करोड़ की अनुपातहीन संपत्ति का एसेसमेंट किया है। बैंक से डिटेल मिलने के बाद अभी और संपत्ति का आंकड़ा बढ़ सकता है। जांच के बाद ही पता चल पायेगा कि पर्यवेक्षक ने इतनी संपत्ति कैसे अर्जित की है। -राजेश दंडोतिया, एसपी ईओडब्ल्यू, रीवा

Created On :   5 Dec 2018 1:44 PM GMT

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