इसी माह बदला जाएगा मेट्रो का डैमेज सेगमेंट

Nagpur : This month metros damage segment will get replaced.
इसी माह बदला जाएगा मेट्रो का डैमेज सेगमेंट
इसी माह बदला जाएगा मेट्रो का डैमेज सेगमेंट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेट्रो के डैमेज सेगमेंट को शीघ्र ही बदला जाएगा।  दैनिक भास्कर की खबर को गंभीरता से लेते हुए मेट्रो की ठेकेदार कंपनी को आखिरकार दारोडकर चौक के पास लगे डैमेज सेगमेंट को बदलने का निर्णय लेना पड़ा। नया सेगमेंट लगाने का काम आगामी पंद्रह दिनों में पूरा होने का दावा मेट्रो ने किया है।

थाईलैंड से आए थे एमडी

आईटीडी कंपनी के एमडी थाईलैंड से डैमेज सेगमेंट का निरीक्षण करने आए थे। इसे लेकर संबंधित अभियंताओं और अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा। आईटीडी कंपनी ने उन्हें डैमेज सेगमेंट स्थल पर नहीं जाने दिया। सिविल अभियंताओं का कहना है कि सेगमेंट क्षतिग्रस्त होने पर संभावित खतरे से बचने के लिए पूरे सेगमेंट को नीचे उतारकर अच्छी गुणवत्ता के नए सेगमेंट लगाए जाने चाहिए। नए सेगमेंट लगाने पर 60 से 70 लाख रुपए का बोझ जेब पर पड़ेगा। इससे बचने के लिए क्षतिग्रस्त सेगमेंट की ही मरम्मत कर काम चलाने की कोशिश की गई, जबकि मेट्रो का दावा है कि नया सेगमेंट लगाया गया।

सुरक्षा मेट्रो की प्राथमिकता 

सुरक्षा हमारी प्राथमिकता रही है, और भविष्य में भी रहेगी। सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। सुरक्षा के मद्देनजर नए सेगमेंट लगाए जा रहे हैं। यह काम पंद्रह दिन मेंं पूरा हो जाएगा।  -अखिलेश हलवे, पीआरओ, मेट्रो

भास्कर ने किया था उजागर

उल्लेखनीय है कि सेंट्रल एवेन्यू स्थित दारोडकर चौक के पास सेगमेंट चढ़ाते समय एक सेगमेंट में दरार पड़ गई थी। दैनिक भास्कर ने 28 नवंबर को ‘60-70 लाख बचाने ठेकेदार कंपनी ने नहीं बदले मेट्रो के डैमेज सेगमेंट’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर 60-70 लाख रुपए बचाने के लिए मेट्रो की ठेकेदार कंपनी द्वारा शहर की जनता की सुरक्षा से खिलवाड़ को उजागर किया था। इससे मेट्रो में हड़कंप मच गया था। मेट्रो का दावा था कि दारोडकर चौक के पास दो पिलरों के बीच लगे डैमेज सेगमेंट बदला गया है, लेकिन वह सफल नहीं हो पाया। जनता की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए मेट्रो ने ठेकेदार आईटीडी कंपनी को दो पिलरों के बीच लगे सभी सेगमेंट बदलने के निर्देश दिया। इसके बाद आईटीडी कंपनी ने सेगमेंट बदलने का काम शुरू किया। दो पिलरों के बीच लगे सभी सेगमेंट को नीचे उतार लिया गया है। इनके स्थान पर अब नए सेगमेंट लगाने का काम शुरू किया जाएगा। 

ये है मामला

मेट्रो के रीच-4 (सीताबर्डी के मुंजे चौक से प्रजापति चौक) का निर्माण कार्य मुंबई की आईटीडी द्वारा किया जा रहा है। 30 सितंबर को सेंट्रल एवेन्यू स्थित दारोडकर चौक पर सेगमेंट को ऊपर चढ़ाते वक्त केबल ज्यादा खींचने से दरार पड़ गई थी। दरार पड़ने के कारण सेगमेंट से सीमेंट के टुकड़े सड़क पर गिरे। हालांकि सड़क बंद रहने और सेगमेंट के नीचे पहले से लोहे के स्ट्रक्चर लगे होने के कारण कोई नुकसान नहीं हुआ। सेगमेंट में दरार पड़ने के बाद नया सेगमेंट लगाने का दावा मेट्रो ने किया था।  सेगमेंट सही तरीके से लगाया गया है या नहीं, इसकी जांच के लिए लोड टेस्टिंग की जाती है, जिससे पता चलता है कि सेगमेंट मेट्रो का भार सह पाएगा या नहीं।

क्यों उतारने पड़े सेगमेंट

मेट्रो ने दावा किया था कि दारोडकर चौक के पास डैमेज सेगमेंट के बदले नया सेगमेंट लगाया गया है, लेकिन तकनीकी विशेषज्ञों के अनुसार सिर्फ डैमेज सेगमेंट बदलना पर्याप्त नहीं है। सेगमेंट चढ़ाते समय सभी सेगमेंट को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए कसा जाता है जिससे सेगमेंट का आकार बिगड़ जाता है। ऐसे में कोई सेगमेंट डैमेज हो जाए तो उसकी मरम्मत करना या उसे बदलना इसका हल नहीं है। दो पिलरों के बीच के सभी सेगमेंट को उतार कर नए सेगमेंट लगाने पड़ते हैं। मेट्रो के दावे के अनुसार उसने नया सेगमेंट लगाया, लेकिन तकनीकी रूप से इसमें सफलता नहीं मिली। इसके कारण पूरे सेगमेंट उतार कर नया सेगमेंट लगाने की नौबत आई। भास्कर ने भी पूरे सेगमेंट नीचे उतार कर नए सेगमेंट लगाने की बात कही थी।

Created On :   4 Feb 2019 7:17 AM GMT

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