घर-घर दस्‍तक अभियान के तहत अब होगा हर बच्‍चा सु‍रक्षित

Training of Aanganwadi and asha workers on child protection issue
घर-घर दस्‍तक अभियान के तहत अब होगा हर बच्‍चा सु‍रक्षित
घर-घर दस्‍तक अभियान के तहत अब होगा हर बच्‍चा सु‍रक्षित

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हमारे शहर में हर बच्‍चा सुरक्षित हो इसके लिए हमें ही प्रयास करना होगा और इसके लिए हम घर-घर दस्‍तक अभियान के तहत घर- घर जाकर बच्‍चों के मुद्दों पर लोगों से बात करेंगे और उन्‍हें जागरूक करेंगे। यह हमारी प्राथमिक जिम्‍मेदारी है और इसे हम गंभीरता से निभाऐंगे। यह विचार आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं व शौर्या दल के सदस्‍यों ने प्रशिक्षण के दौरान व्‍यक्‍त किए।

"बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना" एवं "सशक्‍त समाज-सुरक्षित शहर" पहल के बैनर तले भोपाल शहर में सभी आंगनवाड़ी केन्‍द्रों की सहायिका, कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता एवं आंगनवाड़ी द्वारा बनाए गए शौर्या दल के सदस्‍यों का प्रशिक्षण एवं  उन्‍मुखीकरण का आयोजन आंगनवाड़ी केन्‍द्र पर ही हो रहा है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का संचालन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के द्वारा किया जा रहा है जबकि सशक्‍त समाज एवं सुरक्षित शहर पहल का संचालन भोपाल आधारित स्‍वयंसेवी संस्‍थाओं एवं युनिसेफ के सहयोग से किया जा रहा है। 

अभियान के शुरूआती चरण में आज (4 फरवरी) को आरंभ संस्‍था द्वारा बाणगंगा परियोजना के भीमनगर सेक्‍टर में भीमनगर एवं जहांगीराबाद में स्थि‍त 28 आंगनवाड़ी केन्‍द्र की सहायिका, कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता एवं आंगनवाड़ी द्वारा बस्‍ती स्‍तर पर बनाए गए शौर्या दल के सदस्‍यों के प्रशिक्षण का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 50 प्रतिभागी शामिल हुए। 

आरंभ संस्‍था से चाइल्ड लाइन प्रोजेक्ट ऑफिसर अमरजीत कुमार सिंह के द्वारा प्रतिभागियों को बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ योजना के संबंध में व बच्‍चों से जुड़े अन्‍य मुद्दों पर जानकारी प्रदान की गई।  भ्रुण हत्‍या, बाल श्रम, बाल विवाह, बाल हिंसा व बाल लैंगिक हिंसा पर विस्‍तार में चर्चा की गई और इनसे संबंधित कानूनों पर उन्‍हें जानकारी प्रदान का गई। ऐसे मामलों में सूचना किन्‍हें दी जा सकती है, इस संबंध में भी उन्‍हें जागरूक किया गया।

इस दौरान प्रतिभागियों ने  घर-घर दस्‍तक अभियान के तहत घर-घर जाकर बच्‍चों के मुद्दों पर (भ्रुण हत्‍या, बाल श्रम, बाल विवाह, बाल हिंसा व बाल लैंगिक हिंसा) लोगों से बात की ताकि बच्‍चों का संरक्षण सुनिश्‍चित हो सके। आगे भी यह जारी रहेगा। इसके साथ ही प्रशिक्षण में बच्‍चों से बाल विवाह के मुद्दों पर फ्लिप बुक की सहायता से बात करने एवं उन्‍हें जागरूक करने हेतु प्रशिक्षित भी किया गया।

प्रशिक्षण के बाद सभी ने मिलकर यह निर्णय लिया कि सभी अपने कार्यक्षेत्र में जाकर दुकानदारों को बच्‍चों को नशीली चीजें न बेचने की समझाइश देंगे। भीम नगर से ही इसकी शुरुआत करते हुए प्रतिभागियों ने एक दुकान पर जाकर दुकानदार को बच्चों को नशा नहीं बेचने और बच्चे से नशा नहीं बिकवाने के लिए समझाया।

 

 

Created On :   4 Feb 2019 2:50 PM GMT

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