किम जोंग से मीटिंग पर बोले ट्रंप- “जगह चुन ली गई है”, फरवरी के अंत में होगी मुलाकात
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन से मुलाकात करेंगे।
- ट्रम्प और किम जोंग के बीच यह मीटिंग फरवरी के अंत में होगी।
- व्हाइट हाउस ने इसकी पुष्टि की है।
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प फरवरी के अंत में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन से मुलाकात करेंगे। व्हाइट हाउस ने इसकी पुष्टि की है। इस मीटिंग को लेकर जगह भी तय कर ली गई है। हालांकि ट्रम्प प्रशासन ने इसको लेकर कोई खुलासा नहीं किया है, लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि वियतनाम या थाईलैंड में यह मीटिंग हो सकती है। ट्रम्प ने शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि हमने मीटिंग के लिए देश का चुनाव कर लिया है।
President @realDonaldTrump looks forward to a second summit with Chairman Kim, which will take place near the end of February. Location will be announced at a later date.
— The White House (@WhiteHouse) January 18, 2019
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि मीटिंग की तारीख और स्थान की घोषणा बाद में की जाएगी। इससे पहले नॉर्थ कोरिया के पूर्व इंटेलिजेंस चीफ किम योंग चोल अमेरिका पहुंचे थे। उन्होंने राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ व्हाइट हाउस में करीब 90 मिनट तक मीटिंग की। हालांकि इस दौरान दोनों के बीच किन मुद्दों पर क्या बात हुई इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। इसके बाद व्हाइट हाउस ने नॉर्थ कोरिया के तानाशाह और ट्रंम्प के बीच फरवरी अंत में मीटिंग का ऐलान किया। मीटिंग के बाद ट्रम्प की प्रेस सचिव, सारा हुकाबी सैंडर्स ने संवाददाताओं से कहा, "दोनों देश बातचीत को लेकर लगातार प्रगति कर रहे हैं।"
सैंडर्स ने कहा, "यूएस नॉर्थ कोरिया पर तब तक प्रतिबंध जारी रखेगा, जब तक किम जोंग उन अपने परमाणु को पूरी तरह से खत्म नहीं कर देते।" हालांकि सैंडर्स ने नॉर्थ कोरिया के जेल में बंद यूएस के कैदियों को छोड़े जाने को लेकर किम प्रशासन की तारीफ भी की। नॉर्थ कोरिया ट्रम्प और किम के बीच पहले समिट के बाद से अभी तक कोई भी परमाणु परिक्षण नहीं किया है। हालांकि हाल ही में आई कुछ रिपोर्ट के अनुसार नॉर्थ कोरिया अभी तक परमाणु मुक्त होने के अपने वादे को पुरा नहीं किया है।
इससे पहले 2019 की शुरुआत में तानाशाह किम जॉन्ग उन ने यूएस के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को धमकी भी दी थी। किम ने कहा था, "यूएस हमारे सब्र की परीक्षा नहीं ले। अगर अमेरिका पूरी दुनिया के सामने किए गए अपने वादे को पूरा नहीं करता है और हमारे देश पर प्रतिबंधों का दबाव बढ़ाता है, तो हमें अपनी संप्रभुता और हितों की रक्षा के लिए एक नए तरीका खोजने पर विचार करना होगा। इसके अलावा हमारे पास विकल्प नहीं रह जाएगा। इसके अलावा किम ने ट्रम्प से एकबार फिर मिलने की इच्छा भी जताई थी और कहा कि वह इसके लिए किसी भी वक्त तैयार हैं।
बता दें कि पिछले साल जून में अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के शासकों ने सिंगापुर में मुलाकात की थी। इस मीटिंग में किम ने ट्रम्प से नॉर्थ कोरिया पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की मांग की थी और साथ ही 1950-53 कोरियन वॉर को भी ऑफिशयली समाप्त करने को कहा था। हालांकि यूएस ने इस मांग को ठुकरा दिया था और कहा था कि यूएस इस मांग को तभी पूरा करेगा, जब प्योंगयान्ग परमाणु मुक्त हो जाएगा। किम ने इस शर्त को मान लिया था। इसके बाद यूएस राष्ट्रपति ने भी किम जॉन्ग से फरवरी में मिलने की इच्छा जताई थी।
Created On :   20 Jan 2019 3:19 PM GMT