लोकसभा चुनाव 2024: कांग्रेस-सपा में दूरियां हो रही हैं कम! कांग्रेस के एक फैसले से अखिलेश यादव पड़ सकते हैं नम्र, जानिए क्या है मामला?

कांग्रेस-सपा में दूरियां हो रही हैं कम! कांग्रेस के एक फैसले से अखिलेश यादव पड़ सकते हैं नम्र, जानिए क्या है मामला?
  • लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की तैयारी शुरू
  • सपा-कांग्रेस के बीच दूरियां हो रही हैं कम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी और कांग्रेस नेतृत्व के बीच खटास देखा गया था। लेकिन अब लग रहा है कि दोनों ही दल अपने बीच की दूरियां को कम करने की कोशिश में लगे हुए हैं। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव अपने बयानों के जरिए स्थिति को संभालते हुए नजर आ रहे हैं तो वहीं कांग्रेस ने एक ऐसा फैसला किया है जिससे दोनों दलों के बीच खटास कम हो सकती है।

हाल ही में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान सीट बंटवारे को लेकर सपा और कांग्रेस भिड़े थे। दोनों दलों के बीच सीट शेयरिंग पर बात नहीं बन पाई थी जिसकी वजह से कांग्रेस-सपा ने अलग-अलग होकर चुनाव लड़ा था। इस दौरान दोनों दलों के नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर भी सुना गया था। कमलनाथ और अखिलेश यादव भी एक दूसरे पर टीका टिप्पणी करते देखे गए थे। जिस पर यूपी कांग्रेस से भी निशाना साधा गया था।

दोनों ओर से बयानबाजी हुई कम

दरअसर, एमपी चुनाव रिजल्ट में कांग्रेस को करारी हार मिली है। पार्टी को 230 विधानसभा सीटों में से महज 66 पर ही जीत मिली। जिस पर कांग्रेस लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सचेत हो गई है। कांग्रेस को समझ आ चुका है कि अगर आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को टक्कर देना है तो उसे I.N.D.I.A. अलायंस के दलों के बीच समन्वय बना कर रहना पड़ेगा नहीं तो सारा खेल उल्टा पड़ जाएगा। जिसका असर यूपी में भी सीट शेयरिंग पर पड़ सकता है। ऐसे में दोनों दलों के नेताओं ने एक दूसरे के प्रति बयानबाजियां कम कर दी है।

नाथ की जगह पटवारी आएं

इस बीच कांग्रेस ने कमलनाथ को एमपी कांग्रेस चीफ के पद से हटा कर जीतू पटवारी को सौंप दी है। ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस के इस फैसले से अखिलेश के मन की खटास और कम हो सकती है एवं सपा के साथ अब एमपी और यूपी, दोनों राज्यों में लोकसभा चुनाव के दौरान सकारात्मक मोर्चे पर बात हो सकती है।

सपा, एमपी में भी कुछ सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने का मन बना रही है। अखिलेश यादव समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने बीते दिनों इसके संकेत दिए थे। वहीं यूपी में भी मन मुताबिक सीट पाने के लिए कांग्रेस जोर आजमाइश में लगी हुई है।कांग्रेस की कोशिश है कि वह एमपी और यूपी में सपा के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरे ताकि विधानसभा चुनाव जैसा रिजल्ट पार्टी के फेवर में न आए। साथ ही बीजेपी को उनके गठबंधन पर कटाक्ष करने का भी मौका न मिले।

Created On :   17 Dec 2023 9:08 AM GMT

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