रायगढ़ में सट्टे के खिलाफ आक्रोश, लोग शवयात्रा में तख्तियां लेकर शामिल हुए

Anger against betting in Raigarh, people participated in the funeral procession with placards
रायगढ़ में सट्टे के खिलाफ आक्रोश, लोग शवयात्रा में तख्तियां लेकर शामिल हुए
रायगढ़ रायगढ़ में सट्टे के खिलाफ आक्रोश, लोग शवयात्रा में तख्तियां लेकर शामिल हुए

डिजिटल डेस्क, रायगढ़। बालाजी डोर फर्म के संचालक के कारोबारी बेटे मयंक मित्तल (34) द्वारा सट्टे में एक करोड़ रुपए हार जाने के बाद आत्महत्या किए जाने से शहर में सट्टेबाजी के खिलाफ आक्रोश चरम पर है। मयंक द्वारा आत्महत्या किए जाने के 12 घंटे भीतर व्यवसायी बादशाह मुनव्वर (54) ने भी आत्महत्या कर ली। गुरूवार को जब मयंक मित्तल की शवयात्रा निकली तो उसमें शामिल लोग ‘मित्तल परिवार इंसाफ मांगता, सटोरियों पर कार्रवाई चाहता’, जुआ सट्टा बंद हो, क्रिकेट खाईवालों को तत्काल पकड़ो, लिखी हुई तख्ती पकड़े हुए थे।

उन्होंने सटोरियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। जानकारी के मुताबिक, रविवार को हुए भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच में मयंक मित्तल ने सट्टा लगाया था, जिसमें वे 1 करोड़ की राशि हार गए थे। इसके बाद बुधवार शाम मालधक्का रोड स्थित घर पर मयंक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। लोगों ने पुलिस पर क्रिकेट सट्टे पर कोई कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए हैं। इधर पुलिस ने मयंक मित्तल के केस में तो सट्टे की बात मानी है, लेकिन दूसरे कारोबारी बादशाह मुनव्वर की आत्महत्या के पीछे पारिवारिक विवाद बता रही है, जबकि लोगों ने साफ कहा कि मुनव्वर को भी क्रिकेट मैच में सट्टा लगाने की लत थी और उसने भी अपनी जान इसमें रुपए हार जाने के कारण ली है। रायगढ़ जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि पिछले 4 सालों में आधा दर्जन मामले आत्महत्या के ऐसे हैं, जो क्रिकेट सट्टा से जुड़े हुए हैं और पुलिस आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

Created On :   29 Oct 2022 6:40 AM GMT

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